अलविदा धर्मेंद्रः कभी गैराज में सोते थे धर्मेंद्र! 200 रुपये में करते थे गुजारा, सुपरस्टार बनने तक का सफर
नई दिल्ली। दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र ने बिना किसी गॉडफादर के अपने दमदार अभिनय से लाखों लोगों के दिलों में अपनी एक अलग पहचान बनाई। यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की और उनकी जर्नी बेहद इंस्पायरिंग रही है। पंजाब के एक छोटे से गांव साहनेवाल में पैदा हुए एक्टर ने वहां से मुंबई तक का सफर अकेले तय किया। एक बार रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल’ के सीजन 11 में धर्मेंद्र ने खुद अपनी कहानी के बारे में सभी को बताया था, जिसे सुनकर वहां मौजूद सभी लोग इमोशनल हो गए थे। उन्होंने कहा, “मैं अपने शुरुआती दिनों में गैरेज में सोता था, क्योंकि मेरे पास मुंबई में रहने के लिए घर नहीं था, लेकिन पैसे कमाने की चाह हमेशा मेरे अंदर थी। इसी वजह से मैं पार्ट टाइम जॉब ड्रिलिंग फर्म में करता था, जहां मुझे 200 रुपये मिलते थे।” हालांकि, कई बार उनका 200 रुपयों में मेरा गुजारा नहीं हो पाता था, इसलिए धर्मेंद्र और पैसा कमाने के लिए ओवरटाइम भी करते थे। अभिनेता ने उसी दौरान यह भी बताया था कि वह अपने गांव के पास के एक रेलवे पुल पर भी जाया करते थे, जहां वह घंटों बैठे रहते थे और मुंबई आने का सपना देखा करते थे। 1960 में आई फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले धर्मेंद्र 60 और 70 के दशक में घर-घर में मशहूर हो गए। उन्होंने बड़े पर्दे पर गहन ड्रामा, सहज रोमांस और दमदार एक्शन दिखाया। ‘फूल और पत्थर’ में उनकी भूमिका ने न सिर्फ उन्हें एक जबरदस्त अभिनेता के रूप में स्थापित किया, बल्कि उन्हें अपना पहला फिल्मफेयर नॉमिनेशन मिला। इसके बाद दिग्गज अभिनेता धर्मेन्द्र ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।