Good Morning India: दिल्ली ब्लास्ट में बड़ा खुलासा, 2019 से सोशल मीडिया पर कट्टरपंथ का पाठ पाठ पड़ रहे थे डॉक्टर! जस्टिस सूर्यकांत आज बनेंगे 53वें CJI, मासूम से दरिंदगी पर उबला एमपी! उत्तराखण्ड में फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र से 51 शिक्षक हो गए नियुक्त, जानें आज क्या रहेगा खास?
नमस्कार दोस्तों, आवाज 24X7 अपने खास कॉलम "गुड मॉर्निंग इंडिया" लेकर एक फिर आपके समक्ष प्रस्तुत है। आईए अभी तक की खबरों और आज के प्रमुख कार्यक्रमों पर नजर डालते हैं। शुरुआत आज की उन कार्यक्रमों से करते हैं, जिनपर सभी की नजर रहेगी। JNU के पूर्व छात्र उमर खालिद मामले पर आज कोर्ट में सुनवाई होगी। वहीं जस्टिस सूर्यकांत आज देश के 53वें CJI के तौर पर शपथ लेंगे।
अब बड़ी खबरों की तरफ रुख करते हैं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को यूक्रेन की लीडरशिप की फिर से आलोचना की और आरोप लगाया कि कीव ने रूस के साथ युद्ध जारी रहने के दौरान अमेरिकी समर्थन और उसके प्रयासों के लिए आभार नहीं जताया। उन्होंने ट्रूथ सोशल पर एक बयान जारी कर रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अगर सही नेतृत्व होता तो यह युद्ध नहीं भड़कता। ट्रंप ने यूरोप को भी रूस से तेल खरीदने लिए घेरा और उनकी आलोचना की।
उधर दिल्ली धमाके की जांच में खुलासा हुआ है कि सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल में शामिल डॉक्टरों के दिमाग में जिहाद का जहर भरने का काम 2019 से ही चल रहा था। सीमा पार से सक्रिय आतंक के आकाओं का यह नेटवर्क उन्हें सोशल मीडिया मंच के जरिये कट्टरपंथ का पाठ पढ़ा रहा था। जांचकर्ताओं ने बताया कि पाकिस्तान और दुनिया के अन्य हिस्सों में बैठे आतंकी आका उच्च शिक्षित पेशेवरों को डिजिटल माध्यमों का सहारा लेकर आतंकी गतिविधियों के लिए तैयार कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि मॉड्यूल से जुड़े डॉ. मुजम्मिल गनई, डॉ. अदील राथर, डॉ. मुजफ्फर राथर और डॉ. उमर नबी से शुरू में सीमा पार के आकाओं ने फेसबुक और एक्स जैसे मंचों पर संपर्क साधा था। बाद में इन्हें टेलीग्राम पर निजी ग्रुप में जोड़ा और यहीं से उन्हें बरगलाना शुरू किया गया। इस मॉड्यूल के मुख्य हैंडलर उकासा, फैजान और हाशमी हैं। ये तीनों विदश से गतिविधियां चला रहे थे।
इधर अयोध्या के श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अब एक और ऐतिहासिक क्षण आने वाला है, जिसका करोड़ों भक्तों को लंबे समय से इंतजार है। मंदिर के सर्वोच्च शिखर पर जल्द ही धर्म ध्वज फहराया जाएगा, जो मंदिर निर्माण की पूर्णता और दिव्य ऊर्जा के आगमन का प्रतीक माना जाता है। 25 नवंबर 2025 को मंदिर के सर्वोच्च शिखर पर धर्म ध्वज का भव्य ध्वजारोहण किया जाएगा। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, यह आयोजन विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर संपन्न होगा, जो करोड़ों राम भक्तों के लिए आस्था और उत्सव का एक और बड़ा अध्याय होगा।
उधर अयोध्या के श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अब एक और ऐतिहासिक क्षण आने वाला है, जिसका करोड़ों भक्तों को लंबे समय से इंतजार है। मंदिर के सर्वोच्च शिखर पर जल्द ही धर्म ध्वज फहराया जाएगा, जो मंदिर निर्माण की पूर्णता और दिव्य ऊर्जा के आगमन का प्रतीक माना जाता है। 25 नवंबर 2025 को मंदिर के सर्वोच्च शिखर पर धर्म ध्वज का भव्य ध्वजारोहण किया जाएगा। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, यह आयोजन विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर संपन्न होगा, जो करोड़ों राम भक्तों के लिए आस्था और उत्सव का एक और बड़ा अध्याय होगा। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अब एक और पावन अध्याय जुड़ने जा रहा है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने घोषणा की है कि 25 नवंबर 2025 को विवाह पंचमी के शुभ दिन मंदिर के मुख्य शिखर पर धर्म ध्वज का ऐतिहासिक रोहण किया जाएगा। यह केवल एक रस्म नहीं, बल्कि मंदिर निर्माण की पूर्णता और भक्तों की वर्षों पुरानी प्रतीक्षा के सफल होने का प्रतीक होगा।
उधर दिल्ली–एनसीआर में चल रहे एक बड़े सिंथेटिक ड्रग रैकेट का पर्दाफाश एक बार फिर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की त्वरित कार्रवाई से हुआ है। नोएडा से गिरफ्तार किए गए 25 साल के शेन वारिस ने पूछताछ में ऐसे खुलासे किए, जिनसे एजेंसियों को अब तक की सबसे बड़ी बरामदगियों में से एक 328.54 किलो मेथाम्फेटामाइन तक पहुंचने में मदद मिली। इस मामले में एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है। NCB ने बताया कि मामला अभी शुरुआती चरण में है। एजेंसियां ड्रग सप्लाई चेन, वित्तीय लेनदेन, विदेशी कनेक्शन और बाकी सह-साजिशकर्ताओं के बारे में और गहराई से जांच कर रही हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां और बरामदगियां होने की संभावना जताई जा रही है। एनसीबी ने जो 2 लोग गिरफ्तार किए हैं, उनमें एक महिला एस्थर किनिमी है। वह नागालैंड की रहने वाली है। उसी के फ्लैट से ये ड्रग बरामद हुआ है।
इधर राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर में प्रदूषण की वजह से हाल बेहाल है। यहां लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया है। ऐसे में प्रदूषण के विरोध में इंडिया गेट पर कुछ लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने हाल ही मारे गए माओवादी हिडमा के समर्थन में नारेबाजी भी की। हालांकि प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने गई पुलिस पर उन्होंने पेपर स्प्रे से हमला भी किया। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। अधिकारी ने बताया कि इस घटना में तीन-चार पुलिसकर्मी घायल हो गए और उनका राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
उधर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद दिल्ली लौट आए हैं। बता दें कि पीएम मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में आयोजित किए गए जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया। यहां पीएम मोदी ने विश्व के विभिन्न नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें की। पीएम ने कनाडा के अपने समकक्ष मार्क कार्नी, जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और ब्रिटेन के अपने समकक्ष केअर स्टार्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा समेत विश्व के कई अन्य नेताओं से मुलाकात की।
इधर मध्य प्रदेश के रायसेन में 6 वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म के आरोपी को पकड़ने की मांग करते हुए स्थानीय लोगों ने जयपुर-जबलपुर हाईवे जाम कर दिया। घटना शुक्रवार को औबेदुल्लागंज में हुई थी और आरोपी रविवार तक नहीं पकड़ा गया। आक्रोशित हिन्दू संगठनों ने राष्ट्रीय राजमार्ग जयपुर-जबलपुर पर जाम किया। इस दौरान औबेदुल्लागंज, सुल्तानपुर नगर पूरी तरह बंद रहे। इस घटना को लेकर पूरे रायसेन जिले में विरोध प्रदर्शन हुआ। आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की गई। गोहरगंज में मासूम से दुष्कर्म का आरोपी अब तक फरार है। आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। औबेदुल्लागंज, सुल्तानपुर शहर पूरी तरह बंद रहे। आरोपी को पुलिस की आठ टीमें ड्रोन से खोज रही हैं। सीहोर तक सर्च ऑपरेशन जारी है। पता बताने पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है।
उधर जस्टिस सूर्यकांत सोमवार को देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ लेंगे। वह जस्टिस बीआर गवई की जगह लेंगे। जस्टिस सूर्यकांत जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने, बिहार मतदाता सूची समीक्षा व पेगासस स्पाइवेयर केस जैसे कई अहम फैसलों का हिस्सा रहे हैं। वह 9 फरवरी, 2027 को सेवानिवृत्त होंगे। बतौर सीजेआई उनका कार्यकाल करीब 15 माह का होगा। निवर्तमान सीजेआई जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि वह सेवानिवृत्ति के बाद कोई सरकारी पद नहीं लेंगे। उन्होंने जजों की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम प्रणाली का पुरजोर बचाव किया। निवर्तमान सीजेआई ने अपने कार्यकाल के दौरान किसी महिला जज की नियुक्ति न करने पर अफसोस जताया। अपने कार्यकाल के आखिरी दिन, निवर्तमान सीजेआई जस्टिस गवई ने लगभग सभी जरूरी मुद्दों पर बात की। जिसमें जूता फेंकने की घटना, न्यायपालिका में लंबित मामले, राष्ट्रपति संदर्भ पर उनके फैसले की आलोचना, अनुसूचित जातियों में क्रीमी लेयर को आरक्षण के फायदों से बाहर रखने जैसे विषय शामिल हैं। उन्होंने कहा, मैंने कार्यभार संभालने के साथ ही साफ कर दिया था कि मैं सेवानिवृत्ति के बाद कोई भी आधिकारिक काम नहीं लूंगा। अगले 9-10 दिनों के लिए आराम का वक्त, उसके बाद, एक नई पारी।
अब उत्तराखण्ड की खबरों पर नजर डालते हैं, उत्तराखंड एसटीएफ ने रविवार को खुलासा किया कि साइबर अपराध कराने के लिए थाईलैंड के रास्ते लोगों को धोखाधड़ी से म्यांमार ले जाने में कथित रूप से शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ के अनुसार, गिरफ्तार किए गए ये लोग बागेश्वर, पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर जिलों के नौ पीड़ितों से पूछताछ के दौरान सामने आए हैं, जिन्हें हाल ही में म्यांमार से वापस लाया गया था। एसटीएफ ने बताया कि म्यांमार के म्यावाड्डी शहर के केके पार्क में अवैध रूप से रह रहे उत्तराखंड सहित विभिन्न राज्यों के कई भारतीय युवकों को वापस लाया गया है। उत्तराखंड के इन नौ युवकों को दिल्ली से यहां लाया गया और उनके परिवारों को सौंप दिया गया।
इधर मुंबई से देहरादून आ रही इंडिगो की फ्लाइट से पक्षी टकरा गया। इससे विमान के अगले हिस्से को क्षति पहुंची है। इस प्लेन में कुल 186 हवाई यात्री सवार थे, सभी सुरक्षित हैं। इंडिगो की उड़ान संख्या आईजीओ-5032 एयरबस-320 शाम को मुंबई से देहरादून आ रही थी। एयरपोर्ट पर लैंडिंग से पहले विमान के अगले हिस्से से पक्षी टकरा गया। हालांकि शाम करीब 6:30 बजे यह फ्लाइट दून एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतर गई। इसके बाद इंजीनियरों ने चेक किया तो पता चला कि विमान के अगले हिस्से से पक्षी टकराया है, जिससे उसके अगले हिस्से को नुकसान हुआ है।
उधर शिक्षा विभाग में दिव्यांगता के फर्जी प्रमाणपत्र से 51 शिक्षक नौकरी पा गए हैं। शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों को नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर दिव्यांगता के प्रमाणपत्र के साथ तलब किया है। नोटिस में कहा गया है कि उपस्थित न होने पर उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग में विभिन्न वर्षो में हुई शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्ती में दिव्यांगता कोटे से अपात्र भी भर्ती हो गए। प्रकरण तब सामने आया जब नेशनल फेडरेशन ऑफ द ब्लाइंड की ओर से हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई।
इधर उत्तराखंड में गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस यानी 24 नवंबर को घोषित सार्वजनिक अवकाश में संशोधन किया गया है। अब यह अवकाश अगले दिन यानी 25 नवंबर को होगा। ऐसे में अब 24 नवंबर की जगह 25 नवंबर को प्रदेशभर में अवकाश रहेगा। दरअसल, गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस पर 24 नवंबर (सोमवार) को उत्तराखंड में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था, लेकिन इसमें अब आंशिक संशोधन किया गया। जिसके तहत अब 25 नवंबर (मंगलवार) को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। जिसको लेकर सचिव विनोद कुमार सुमन की तरफ से आदेश जारी किया गया है।