बिहार में नहाने के लिए खतरों से खेल रहे बच्चे! जर्जर पुल भी दे रहा मौत का न्योता,प्रशासन बना मूकदर्शक

बिहार। मैनाटाड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत त्रिवेणी कैनाल के नीचे बहने वाली थेथरी नदी इन दिनों हादसों को न्योता दे रही है। इस नदी में प्रतिदिन मैनाटाड़ प्रखंड के मैनाटाड़, इनरवा, सकरौल, भंगहा, हाजमा टोला, सकरौल सहित नेपाल के जानकी टोला और अवसारी गांवों से सैकड़ों की संख्या में बच्चे और युवक नहाने पहुंचते हैं। लेकिन यह स्थान नहाने के लिहाज से बेहद खतरनाक बन चुका है। नदी जिस पुल के नीचे से गुजरती है, वह अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ है और अब पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। पुल की दीवारों में दरारें स्पष्ट रूप से देखी जा सकती हैं, जो किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती हैं। इसके बावजूद भारी वाहनों की आवाजाही इस पुल से लगातार जारी है। हैरानी की बात यह है कि अब तक न तो पुल पर कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया है और न ही इसकी मरम्मत की प्रक्रिया शुरू की गई है। नदी के अंदर कई स्थानों पर छोटे-छोटे पत्थरों के टिले हैं, जिन पर फिसलकर बच्चों के गिरने की घटनाएं आम हो चुकी हैं। प्रतिदिन कई बच्चे चोटिल हो रहे हैं। नदी में तेज बहाव और अनिश्चित गहराई के बावजूद वहां कोई निगरानी व्यवस्था नहीं है। स्थानीय लोग लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो कोई बड़ा हादसा होकर रहेगा।
स्थानीय ग्रामीणों मंसूर आलम, झुनमुन प्रसाद, नसीम अख्तर, पूर्व मुखिया अशोक राम, राजन राम, कमलेश तिवारी और कैलाश यादव ने चिंता जताते हुए कहा कि थेथरी नदी में नहाना बेहद खतरनाक है। न तो पुल की मरम्मत की जा रही है, न ही नहाने वालों को रोकने के लिए कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया है, और न ही सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। जब इस संबंध में मैनाटाड़ थानाध्यक्ष राणा प्रसाद से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें स्थिति की जानकारी नहीं थी। हालांकि उन्होंने आश्वस्त किया कि अब पुलिस की ओर से नदी पर नजर रखी जाएगी और बच्चों को नहाने से रोकने का प्रयास किया जाएगा, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। मंगलवार को नदी में नहाने के दौरान नेपाल के अवसारी गांव निवासी दो किशोर राकेश कुमार और प्रदीप कुमार के मोबाइल फोन चोरी हो गए। यह घटना दर्शाती है कि यह स्थान न केवल जान के लिए खतरा है, बल्कि लोगों की संपत्ति भी सुरक्षित नहीं है। जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता सुजीत कुमार ने बताया कि नहर से गिरने वाला पानी नदी में जा रहा है, जिसमें बच्चे नहा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इस पानी को गिरना बंद करा दिया जाएगा ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। यदि थेथरी नदी में नहाने की प्रवृत्ति पर समय रहते रोक नहीं लगाई गई और जर्जर पुल की मरम्मत नहीं की गई, तो भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना टाली नहीं जा सकेगी। प्रशासन को चाहिए कि तत्काल चेतावनी बोर्ड लगाए, पुलिस गश्ती बढ़ाए और जनजागरूकता के माध्यम से लोगों को नदी में नहाने से रोका जाए।