आखिर क्योंः यहां इस भैंस का दूध पीने वालों को तलाश रहा स्वास्थ्य महकमा! खोज-खोजकर लगाया जा रहा है इंजेक्शन, जाने क्या है पूरा मामला
नई दिल्ली। गुजरात से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर हर कोई हैरान रह जा रहा है। यहां एक कुत्ते द्वारा एक भैंस को काट लेने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। भैंस को कुत्ते द्वारा काटे जाने के बाद इलाके के लोग परेशान हो गए हैं। गुजरात के पावरपट्टी प्रखंड के सुमरासर गांव एक दूध देने वाली भैंस को कुत्ते ने काट लिया। लोग इससे बेखबर थे। भैंस के बच्चे ने दूध पिया, दूध निकाला भी गया। इसके बाद दूध को बांट दिया गया। दो दिन बाद लोगों को पता चला कि जिस भैंस का दूध उन्होंने पिया था, उसे एक कुत्ते ने काट लिया था। इसके बाद तो दूध पीने वाले लोग परेशान हो गए।
जब लोगों की इसकी जानकारी मिली कि जिस भैंस का दूध उन्होंने पिया है तो वह परेशान हो गए और चिकित्सा अधिकारी और स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने गांव वालों की शिकायत को गंभीरता से लिया और यह तय किया गया कि जिन लोगों ने भैंस का दूध पिया है, उन्हें एंटी रेबीज का टीका लगवाया जाए। अधिकारियों ने गांव के लगभग सभी लोगों को एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगा दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक 129 लोगों को टीका लग चुका है। कुछ लोग गांव से बाहर हैं उनके आने के बाद उन्हें भी टीका लगाया जाएगा। लोगों को डर कि कहीं दूध पीने से वह भी रेबीज के शिकार ना हो जाएं।
इसके बाद से ही एंटी रेबीज का टीका लगाने का काम शुरू किया गया। कुत्ते के काटने के बाद रेबीज फैलने की घटनाओं से लोग काफी भय में हैं। रेबीज से पीड़ित लोगों के वीडियो देखकर लोगों में चिंता है इसीलिए कुत्तों से दूरी बनाने में भलाई समझ रहे हैं। पालतू कुत्तों को रेबीज का टीका लगवाना अनिवार्य है लेकिन आवारा कुत्तों में यह टीका नहीं लगा होता है। ऐसी स्थिति में कुत्ते के काटने के बाद रेबीज का टीका लगवाना ही चाहिए।