उत्तराखंड:पेपर लीक मामले के बिजनौर कनेक्शन की जुड़ने लगी कड़ियां,उत्तराखंड में नही बिजनौर के पास धामपुर में था नकल कराने का इरादा,नपेंगे और अधिकारी,जाएंगे सलाखों के पीछे
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। इसके तार बिजनौर से जुड़े होने की बात सामने आते ही बिजनौर में हड़कंप मच गया। पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड हाकम सिंह रावत द्वारा बिजनौर के नगीना के पास धामपुर में बाकायदा नकल सेंटर बनाना इसी कनेक्शन का हिस्सा है।
सूत्रों की माने तो कंपनी के आला अधिकारियों में से एक बिजनौर के धामपुर का ही रहने वाला है। उसी के कहने पर यहां सेंटर बनाया गया था। सूत्रों का कहना है कि ये इत्तफाक तो नहीं हो सकता कि उत्तराखंड में नकल कराने बजाय इसके लिए बिजनौर के धामपुर को चुना गया। अभी तक कंपनी के कुछ कारिंदों का ही नाम मामले में सामने आ रहा था।
पूरी तरह से कंपनी की भूमिका का पता नहीं चल पा रहा था, लेकिन जब कड़ी से कड़ी जोड़ी गई तो सब बातें समझ आने लगी हैं।
पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कंपनी के अधिकारियों में से एक धामपुर का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि इसी की मिलीभगत से नकल सेंटर बनाने के लिए धामपुर का चुनाव हुआ। सूत्रों के मुताबिक, एसटीएफ को जब इस संबंध के बारे के पता चला तो उस अधिकारी को बयानों और पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन वह बीते कई दिनों से टाल रहा है। अब जल्द ही वह बयान दर्ज कराने आ सकता है।
बिजनौर कनेक्शन से जाना पड़ सकता है जेल सूत्रों के मुताबिक अधिकारियों और नकल माफिया का बिजनौर कनेक्शन पुष्ट हो चुका है। लंबे समय से कंपनी के अधिकारी को बुलाना और उसका न आना भी संलिप्तता की ओर इशारा कर रहा है। यही नहीं, अब वह कई लोगों के नाम लेकर दबाव बनाने में जुटा है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस अधिकारी समेत कई और सलाखों के पीछे जा सकते हैं।
न्यूज़ सोर्स:अमर उजाला