उत्तराखंड: बच्चों की सुरक्षा के लिए परिवहन विभाग का बड़ा कदम! अब होगा स्कूल बसों का सेफ्टी ऑडिट

Uttarakhand: Big step by Transport Department for the safety of children! Now there will be safety audit of school buses

आखिरकार स्कूल बसों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग की नींद टूट गई है। देहरादून के आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी ने अगले हफ्ते से स्कूल बसों का सेफ्टी ऑडिट करने के आदेश दिए हैं। आरटीओ ने बताया कि 19 या 20 दिसंबर से चरणबद्ध तरीके से स्कूल बसों की जांच की जाएगी। जिन स्कूलों के पास अधिक बसें हैं, वहां परिवहन विभाग की टीम स्कूल में जाकर जांच करेगी, जबकि शेष स्कूलों की बसों को आशारोड़ी चेक पोस्ट पर बुलाकर उनका तकनीकी व भौतिक निरीक्षण किया जाएगा।

दरअसल देहरादून में परिवहन विभाग ने सितंबर में स्कूल वैन का सुरक्षा ऑडिट तो किया था, लेकिन स्कूल बसों को लेकर वह उदासीन बना रहा। हालांकि, विभाग ने दावा किया था कि दूसरे चरण में स्कूल वैन का ही सेफ्टी आडिट होगा, लेकिन तीन माह बाद भी विभाग ने कदम नहीं उठाए। अब हल्द्वानी में नौ दिसंबर को हुई आग की घटना के बाद विभाग एक्शन मोड में आ गया है। बता दें कि, हल्द्वानी में निजी स्कूल के बच्चों को ले जा रही बस में शनिवार को लगी भीषण आग लग गई थी। गनीमत रही कि चालक ने सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। इसके बाद देहरादून में भी स्कूल बसों के सेफ्टी आडिट का मुद्दा गरमा गया था। स्कूल वैन के संचालक भी मांग करने लगे कि उनकी तरह स्कूल बसों की भी जांच की जाए। इसी क्रम में बुधवार को दून के आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी ने अगले हफ्ते से स्कूल बसों की तकनीकी जांच करने का निर्णय लिया। आरटीओ ने यह भी बताया कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर परिवहन मुख्यालय की ओर से जुलाई में स्कूली वाहन चालकों को कुशल वाहन संचालन का प्रशिक्षण देने के आदेश दिए थे, जिसमें 200 चालकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अब आइडीटीआर झाझरा में स्कूल वैन के चालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीमों ने बुधवार को दून संभाग में स्कूली वाहनों को लेकर चेकिंग अभियान चलाकर कार्रवाई की। आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी के आदेश पर देहरादून शहर, विकासनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार, टिहरी और उत्तरकाशी में चेकिंग अभियान चलाकर 146 स्कूली वाहनों का चालान किया गया, जबकि 12 वाहन सीज किए गए। आरटीओ तिवारी ने सहस्रधारा रोड पर चेकिंग की, जबकि एआरटीओ (प्रवर्तन) राजेंद्र विराटिया ने सहारनपुर रोड व जीएमएस रोड पर चेकिंग की। दून शहर में 49 वाहनों का चालान किया गया। इस दौरान आठ वैन व चार बसों को सीज किया गया। वैन में बच्चे क्षमता से अधिक बैठाए गए थे, जबकि बस में चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था और न ही बस के कागजात पूरे मिले।