हे भगवान.... ऐसी औलाद! बहु-बेटों से तंग आकर बुजुर्ग दंपत्ति ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में बयां किया असहनीय दर्द

Oh God...such a child! Fed up with multiple sons, elderly couple commits suicide, expresses unbearable pain in suicide note

नई दिल्ली। राजस्थान से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों का शर्मशार कर दिया है। यहां एक 70 वर्षीय व्यक्ति और उनकी पत्नी ने कथित तौर पर अपने घर की पानी की टंकी में कूदकर आत्महत्या कर ली। आत्मघाती कदम उठाने से पहले उन्होंने दीवार पर एक नोट चिपका दिया, जिसमें उन्होंने अपने बच्चों पर खूब आरोप लगाए हैं। इस नोट में उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बच्चे संपत्ति हड़पना चाहते हैं। नोट में कहा गया कि दंपति के बेटों और उनकी बहुओं ने न केवल पांच बार पीटा, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी और उन्हें खाना देना बंद कर दिया। बच्चों ने अपनी मां से कहा कि एक कटोरा ले लो और भीख मांगो। 

70 वर्षीय हजारीराम बिश्नोई और उनकी 68 वर्षीय पत्नी चावली देवी राजस्थान के नागौर में रहते थे और उनके शव गुरुवार को करणी कॉलोनी में उनके घर के अंदर एक पानी की टंकी से बरामद किए गए। दंपति के चार बच्चे थे, जिसमे दो बेटे और दो बेटियां हैं। घर की दीवार पर चिपकाए गए दो पेज के सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि उनके एक बेटे राजेंद्र ने उन्हें तीन बार पीटा, जबकि दूसरे बेटे सुनील ने दो बार पीटा।

सुसाइड नोट में यह भी कहा गया कि दंपति के बेटों और बेटियों ने उन्हें चेतावनी दी थी कि वे न बोलें और न ही कोई शिकायत दर्ज कराएं, अन्यथा वे उन्हें नींद में ही मार देंगे। नोट में राजेंद्र, उनकी पत्नी रोशनी, सुनील, उनकी पत्नी अनीता और बेटा प्रणव के नाम हैं। पीड़ित दंपति की बेटियां मंजू और सुनीता के साथ कुछ रिश्तेदार के नाम भी इसमें हैं। दंपति ने कहा कि उनके बच्चे सारी संपत्ति अपने नाम पर चाहते थे और रिश्तेदारों ने उन्हें किसी भी तरह से इसे हासिल करने के लिए प्रेरित किया था। 

नोट में कहा गया है कि बच्चे पहले ही दंपति को धोखा देकर और उनके साथ झगड़ा करके तीन जमीने और एक कार का मालिकाना हक़ ट्रांसफर करने में कामयाब रहे थे। कार राजेंद्र, मंजू और सुनीता के नाम पर ट्रांसफर की गई थी। सुनील और उसकी पत्नी अनीता ने करणी कॉलोनी में एक घर को भी ट्रांसफर करवा लिया है।


प्रॉपर्टी को बच्चों ने कथित तौर पर दंपति को खाना देने से इनकार कर दिया और हर दिन फोन पर उनके साथ दुर्व्यवहार करते थे। नोट में कहा गया है कि उनके बेटे सुनील ने उन्हें बुलाया और कहा, “एक कटोरा ले लो, खाना मांगो। मैं तुम्हें खाना नहीं दूंगा। अगर तुमने किसी को बताया तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।” नागौर के पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने कहा कि उन्हें गुरुवार को सूचना मिली कि हजारीराम और चावली के घर में कोई हलचल नहीं देखी गई है और जब उन्होंने परिसर की तलाशी ली, तो उन्हें टैंक में शव मिले।