Good Morning India: दशहरे पर टूटेगा रिकॉर्ड, देश में सबसे ऊंचा पुतला 221.5 फीट का! प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन, गांधी व शास्त्री जयंती पर होंगे कई कार्यक्रम! उत्तराखण्ड में पांच अक्तूबर को होने वाली परीक्षा स्थगित, पेपर लीक मामले में सीएम धामी ने दी सीबीआई जांच की अनुमति, रामपुर तिराहा कांड की 31वीं बरसी आज

नमस्कार दोस्तों, आवाज 24X7 अपने खास कॉलम "गुड मॉर्निंग इंडिया" लेकर एक फिर आपके समक्ष प्रस्तुत है। आईए अभी तक की प्रमुख खबरों और आज के प्रमुख कार्यक्रमों पर नजर डालते हैं। शुरुआत आज की उन खबरों से करते हैं जिनपर सभी की नजर रहेगी। नागपुर में आज RSS के विजयदशमी कार्यक्रम में चीफ गेस्ट होंगे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद। वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज भुज में सैनिकों संग विजयदशमी का पर्व मनाएंगे।
अब बड़ी खबरों की तरफ रुख करते हैं, सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्रा का 91 वर्ष की उम्र में गुरुवार सुबह 4.15 बजे निधन हो गया। बेटी नम्रता मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि पिता मीर्जापुर घर पर ही थे। उनका अंतिम संस्कार बनारस में किया जाएगा। बता दें कि तीन सप्ताह पहले शनिवार के दिन पंडित छन्नूलाल मिश्र को माइनर कार्डियक अटैक आया था। इसके बाद उनको BHU के इमरजेंसी डिपार्टमेंट में भर्ती किया गया था। इस दौरान डॉक्टरों ने जांच कर बताया कि उनके चेस्ट में इंफेक्शन और खून की कमी भी है। तीन सप्ताह तक चले इलाज के बाद शुक्रवार को उनको बीएचयू के अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद उनकी बेटी ने उनको मीर्जापुर लाया और रामकृष्ण सेवा मिशन चिकित्सालय में ले जाकर भर्ती कराया था। आजमगढ़ में जन्मे पंडित छन्नूलाल मिश्र ने बनारस को अपनी कर्मभूमि बनाया। वह बनारस घराने के कला-संगीत क्षेत्र के अहम प्रतिनिधि थे। 2010 में यूपीए सरकार के दौरान छन्नूलाल मिश्र को पद्मभूषण और यूपी की अखिलेश सरकार में यश भारती सम्मान के नवाजा गया है। 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया तो छन्नूलाल मिश्र उनके प्रस्तावक बने थे।
इधर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां 6 मासूमों की मौत हो गई। अंदेशा है कि कफ सिरफ के सेवन की वजह से इन बच्चों की मौत हुई है। इन सभी बच्चों की मौतें किडनी फेल होने के चलते हुई हैं, जिसका खुलासा बच्चों की बायोप्सी रिपोर्ट से हुआ है। यह रहस्यमय बीमारी छिंदवाड़ा के परासिया क्षेत्र और उसके आस-पास के गांवों में फैली है। मामला सामने आते ही छिंदवाड़ा कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो कफ सिरप (Coldrif और Nextro-DS) पर बैन लगाया है।
उधर नौ दिन की नवरात्री के बाद आज देशभर में दशहरा का त्योहार मनाया जाएगा। इसके लिए पूरे देश में तैयारी तेज है। इस दिन अलग-अलग जगहों अलग-अलग प्रकार से लोग रावण का पुतला बनाते है जो कि आकर्षण का केंद्र बनता है। राजस्थान के कोचा में भी इस बार दशहरे की तैयारी खुब धुमधाम से की जा रही है। इसके लिए शहर में 221.5 फीट ऊंचा रावण का पुतला जलाया जाएगा। ये पुतला अब तक का सबसे लंबा रावण पुतला होगा। यह रिकॉर्ड दिल्ली के 210 फीट ऊंचे रावण पुतले से भी बड़ा है। अधिकारीयों ने बताया कि यह पुतला एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज होगा।
इधर राजधानी दिल्ली में इस बार भी दशहरा पर्व पर राजनीतिक और फिल्मी सितारों की चमक देखने को मिलेगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और बॉलीवुड अभिनेता बॉबी देओल अलग-अलग जगहों पर रामलीला मंचन देखने पहुंचेंगे। लालकिला मैदान स्थित श्री धार्मिक लीला कमेटी के पंडाल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, उपराज्यपाल वीके सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के आने का कार्यक्रम तय है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार पूर्वी दिल्ली में दशहरा पर्व देखने जाएंगे। वह आईपी एक्सटेंशन स्थित श्रीरामलीला कमेटी इंद्रप्रस्थ के मंचन में शामिल होंगे। यहां उनके साथ मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा मौजूद रहेंगे। यह रामलीला कमेटी चौथे पुतले के तौर पर पहलगांव के आतंकियों का पुतला जलाएगी।
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में आसियावन सम्मेलन में भाग लेने के लिए मलयेशिया के दौरे पर जाने वाले है। जहां वो मलयेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में 47वें आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। ऐसे में इस बात की संभावना तेज है कि मलयेशिया में पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात हो सकती है। ये मुलाकात इसलिए भी चर्चा का विषय बना हुआ क्योंकि राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी दोनों देशों के बीच जारी टैरिफ विवाद के बाद पहली बार मिल सकते हैं।
इधर विगत छह वर्षों में पहली बार अमेरिकी सरकार आधिकारिक तौर पर ठप हो गई है। यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब अमेरिकी कांग्रेस में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स अस्थायी फंडिंग बिल पर सहमति बनाने में विफल रहे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कांग्रेस द्वारा बुधवार की समयसीमा तक सरकारी कार्यक्रमों और सेवाओं को चालू रखने के लिए कोई समझौता न कर पाने के बाद सरकारी शटडाउन की चपेट में आया अमेरिका अनिश्चितता के एक नए दौर का सामना कर रहा है।
अब उत्तराखण्ड की खबरों पर नजर डालते हैं, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने बुधवार की शाम अचानक पांच अक्तूबर को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी। आयोग ने तैयारियां अधूरीं होना व अभ्यर्थियों की मांग को इसका कारण बताया है। स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में एसआईटी व सीबीआई जांच की संस्तुति के कारण विवादों से घिरे अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने आगे की परीक्षाओं को कुशलतापूर्वक कराने पर जोर दिया।
उधर हरिद्वार जिला महिला अस्पताल में लापरवाही बरतने के आरोप में एक महिला डॉक्टर की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं। यह कार्रवाई मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने प्रमुख अधीक्षक की जांच रिपोर्ट के आधार पर की है। यह मामला सोमवार रात का है जब ब्रह्मपुरी से एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए अस्पताल लाया गया था। रात करीब 9:30 बजे ड्यूटी पर मौजूद डॉ. सलोनी पंथी ने डिलीवरी कराने से इनकार कर दिया जिसके कारण गर्भवती महिला दर्द से तड़पती रही। आरोप है कि डॉक्टर ने साथ आई आशा कार्यकर्ता के साथ भी अभद्रता की। बाद में आशा कार्यकर्ता की मदद से महिला ने बेड पर ही एक बच्ची को जन्म दिया। डिलीवरी होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने महिला को भर्ती कर लिया।
इधर आज मुजफ्फरनगर रामपुर तिराहा कांड की 31वीं बरसी है। इस मौके पर शहीद स्थल पर कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इस कार्यक्रम में शहीद आंदोलनकारियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। रामपुर तिराहा कांड की यादें 1 अक्टूबर 1994 की रात से जुड़ी हैं। इस दिन पृथक राज्य का मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारी 24 बसों में सवार हो कर 2 अक्टूबर को दिल्ली में प्रस्तावित रैली में शामिल होने के जा रहे थे। इसी दौरान गुरुकुल नारसन में आंदोलनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगा दी गई। जिससे तोड़कर राज्य आंदोलनकारी आगे बढ़ने की जिद करने लगे। जिसके बाद शासन के निर्देश पर उन्हें मुजफ्फरनगर पुलिस ने रामपुर तिराहे पर रोकने की योजना बनाई। इस योजना के तहत इस पूरे इलाके को सील कर आंदोलनकारियों को रोक दिया गया।
उधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराए जाने को मंजूरी दे दी है। बता दें कि उत्तराखंड में 21 सितंबर को हुए यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की वजह से राज्य में हड़कंप मच गया था। जिसकी मुख्य वजह यही थी कि धामी सरकार पहले ही राज्य में देश की सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू कर चुकी है। बावजूद इसके पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद हर कोई हैरान था। पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद सैकड़ों की संख्या में युवा देहरादून स्थित परेड ग्राउंड के समीप धरने पर बैठ गए। आठ दिन तक चले इस धरने के बाद 29 सितंबर का दिन उत्तराखंड की राजनीति और युवाओं के संघर्ष के इतिहास में दर्ज हो गया। जब खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अचानक धरना स्थल पहुंचे और बेरोजगार युवाओं की मांग मानते हुए सीबीआई जांच की घोषणा कर दी थी। अब सीएम ने अपनी उस घोषणा के अमली जामा पहनाते हुए बुधवार को सीबीआई जांच के लिए औपचारिक रूप से कार्रवाई कर दी है।