Good Morning India: अब बांग्लादेश की यूनुस सरकार के खिलाफ भी सड़कों पर उतरे छात्र! बढ़ाई गई बाबा बागेश्वर की यात्रा की सुरक्षा, बम निरोधक दस्ता और जैमर वाहन भी शामिल! गोविंदा की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती! दिल्ली ब्लास्ट के बाद उत्तराखंड पुलिस अलर्ट
नमस्कार दोस्तों, आवाज 24X7 अपने खास कॉलम "गुड मॉर्निंग इंडिया" लेकर एक फिर आपके समक्ष प्रस्तुत है। आईए अभी तक की प्रमुख खबरों और आज के प्रमुख कार्यक्रमों पर नजर डालते हैं। शुरुआत आज की उन खबरों से करते हैं जिनपर सभी की नजर रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भूटान दौरे से लौटकर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक करेंगे।
अब बड़ी खबरों की तरफ रुख करते हैं, दिल्ली के लाल किला के पास सोमवार को हुए भीषण विस्फोट के मामले की जांच लगातार जारी है। आपको बता दें कि लाल किला मेट्रो के गेट नंबर 1 के पास एक धीमी गति से चलती हुई कार में विस्फोट हुआ था। इस घटना के बाद पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है। गृह मंत्रालय ने इस घटना की जांच NIA को सौंपी है। वहीं, इस घटना के बाद अब बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता यात्रा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दरअसल, दिल्ली में धमाके और हरियाणा के फरीदाबाद में एक आतंकी मॉड्यूल के खुलासे के बाद बागेश्वर बाबा के सनातन एकता यात्रा की सुरक्षा बढ़ाई गई है। पुलिस ने बताया है कि यात्रा की सुरक्षा टुकड़ी में दो अतिरिक्त कंपनियां और जैमर जोड़े गए हैं। इससे पहले जुलूस की सुरक्षा में तीन पुलिस कंपनियां तैनात थीं। पलवल के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने कहा- "यात्रा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, सुरक्षा बेड़े में 200 और सुरक्षाकर्मी जोड़े गए हैं। बम निरोधक दस्ता और जैमर वाहन भी शामिल किए गए हैं। जिले में तलाशी अभियान और सामान्य जांच भी की जा रही है।"
इधर अभिनेता गोविंदा की तबीयत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गोविंदा मंगलवार को रात 8.30 बजे अचानक बेहोश हो गए, जिसके बाद डॉक्टर से कंसल्टेशन के बाद उन्हें कुछ दवाइयां दी गई हैं और बताया जा रहा है कि दवाई लेने के बाद गोविंदा की हालत में सुधार हुआ। लेकिन रात करीब 12.30 बजे वह फिर असहज महसूस करने लगे, जिसके बाद रात करीब 1 बजे उन्हें मुंबई की क्रिटिकेअर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां गोविंदा के कई सारे टेस्ट हुए। बताया जा रहा है कि फिलहाल वह ठीक हैं।
उधर जम्मू पुलिस का यूपी की राजधानी लखनऊ में एक्शन दिखा है। हरियाणा के फरीदाबाद में गिरफ्तार हुई लेडी डॉक्टर शाहीन शाहिद के भाई डॉक्टर परवेज अंसारी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उससे यूपी ATS समेत कई एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। पूछताछ में डॉक्टर परवेज अंसारी ने बताया कि उसने इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से कुछ दिनों पहले रिजाइन कर दिया था। पुलिस इस बात की सच्चाई का पता लगा रही है। संदिग्ध परवेज अंसारी से पूछताछ के बाद पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि उसने किस वजह से रिजाइन दिया और क्या उसने दिल्ली में लाल किला के पास ब्लास्ट से ठीक पहले इंटीग्रल यूनिवर्सिटी को छोड़ा। बता दें कि पुलिस मंगलवार सुबह से ही लखनऊ में परवेज की तलाश में थी। आखिरकार शाम को वह पकड़ा गया और फिर उससे पूछताछ शुरू हुई।
इधर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के खिलाफ भी बांग्लादेशी छात्र अब सड़कों पर उतर आए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ आंदोलन चलाकर अगस्त 2024 में उन्हें अपदस्थ करने वाले छात्रों का गुस्सा अब यूनुस सरकार के खिलाफ सड़कों पर देखने को मिल रहा है। व्यापक पैमाने पर सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों को काबू करना यूनुस की पुलिस के लिए मुश्किल भरा हो गया। इसके बाद छात्रों पर वॉटर कैनन और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल करना पड़ा। खबरों के अनुसार यह प्रोटेस्ट बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सैकड़ों प्राथमिक स्कूल शिक्षकों के वेतन वृद्धि समेत अन्य मांगों को लेकर शुरू हुआ था, जो बाद में पुलिस की क्रूर कार्रवाई में बदल गया। इस विरोध प्रदर्शन में बांग्लादेशी छात्र भी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सड़क पर उतर आए। दरअसल बांग्लादेशी सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में संगीत और पीटी के शिक्षकों की नियुक्ति को रद्द कर दिया है। इससे छात्रों और शिक्षकों में सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश पैदा हो गया है।
उधर अमेरिका की ट्रंप प्रशासन ने वीजा को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत अमेरिकी वीजा पाने और रहने के लिए विदेशी नागरिकों के लिए नए नियम जारी किए गए हैं। ट्रंप प्रशासन ने विदेशों में अमेरिकी दूतावासों और कांसुलर अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वीजा आवेदकों की पूरी तरह जांच की जाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे अमेरिका में सरकारी सहायता पर निर्भर न हों। नई गाइडलाइन में आवेदकों की उम्र, स्वास्थ्य, परिवारिक स्थिति, वित्तीय स्थिति, शिक्षा, कौशल और अंग्रेजी बोलने की क्षमता जैसी कई चीजों का मूल्यांकन करने को कहा गया है। खासतौर पर मधुमेह, मोटापा, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसी बीमारियों वाले लोग वीजा के लिए अयोग्य हो सकते हैं।
अब उत्तराखण्ड की खबरों पर नजर डालते हैं, दिल्ली में हुए धमाकों के बाद पुलिस मुख्यालय ने अलर्ट जारी रखा है। इसी क्रम में अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है। एडीजी कानून व्यवस्था डॉ. वी मुरुगेशन ने सभी जिलों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सघन चेकिंग के निर्देश दिए हैं। गढ़वाल और कुमाऊं रेंज के पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने अन्य दिशा निर्देश भी दिए। एडीजी कानून व्यवस्था ने बताया कि धमाकों के बाद पुलिस लगातार उत्तर प्रदेश एटीएस और दिल्ली पुलिस के संपर्क में है। इसके साथ ही अन्य सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ भी समन्वय बनाया जा रहा है। हिमाचल बॉर्डर और सहारनपुर बॉर्डर पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। इन राज्यों के अधिकारियों से हर घंटे जानकारी साझा की जा रही है। इसके साथ ही नेपाल सीमा पर भी एसएसबी के साथ समन्वय बनाया जा रहा है।
इधर बदरीनाथ धाम के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। ठंड का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि यहां पर नाले जमने लग गए हैं। सुबह और शाम शीतलहर चल रही है जिससे यात्री ठिठुरते नजर आ रहे हैं। बदरीनाथ धाम में अक्तूबर माह में बर्फबारी होने के बाद से तापमान लगातार गिर रहा है। रात में तापमान माइनस 4 तक पहुंच रहा है तो अधिकतम 3 डिग्री सेल्सियस पहुंच रहा है। दोपहर में धूप खिलने से यात्रियों को ठंड से राहत मिल रही है, लेकिन बाद में ठंडी हवा चल रही है।
उधर प्रदेश में हड़ताल पर गए उपनल कर्मचारियों में से दो कर्मचारियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। परेड ग्रांउड में अनशन पर बैठे महेश भट्ट और योगेंद्र बडोनी ने कहा, जब तक मांगों पर अमल नहीं होगा अनशन जारी रहेगा। वहीं, कुछ अन्य संगठनों के साथ ही कांग्रेस ने कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन दिया है। समान काम के लिए समान वेतन और नियमित करने सहित कुछ अन्य मांगों के लिए उपनल कर्मचारी दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने परेड ग्राउंड में धरना दिया। कर्मचारियों ने कहा, हाईकोर्ट के वर्ष 2018 के आदेश के बाद भी उन्हें नियमित न कर उनके हितों की अनदेखी की जा रही है।