Good Morning India: सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, गिरफ्तार करने से पहले लिखित में जानकारी देना अनिवार्य! वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे, पीओके में सड़कों पर उतरे जेन-जी! पहाड़ों पर बर्फबारी से बढ़ी ठंड, उत्तराखण्ड में प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर तैयारियां तेज
नमस्कार दोस्तों, आवाज 24X7 अपने खास कॉलम "गुड मॉर्निंग इंडिया" लेकर एक फिर आपके समक्ष प्रस्तुत है। आईए अभी तक की प्रमुख खबरों और आज के प्रमुख कार्यक्रमों पर नजर डालते हैं। शुरुआत आज की उन खबरों से करते हैं जिनपर सभी की नजर रहेगी। मथुरा कृष्ण जन्मभूमी केस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज सुनवाई होगी। वहीं आज केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान महाराष्ट्र में किसानों से मुलाकात करेंगे। इधर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार के औरंगाबाद और भभुआ में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे।
अब बड़ी खबरों की तरफ रुख करते हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 7 नवंबर को राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित वर्षभर चलने वाले स्मरणोत्सव का शुभारंभ करेंगे। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम सुबह करीब 9:30 बजे नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित होगा। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी स्मारक डाक टिकट और स्मारक सिक्का भी जारी करेंगे। इस राष्ट्रव्यापी स्मरणोत्सव का उद्देश्य भारत के स्वतंत्रता संग्राम को प्रेरणा देने वाले गीत वंदे मातरम के महत्व को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है। यह कार्यक्रम 7 नवंबर से लेकर 7 नवंबर 2026 तक चलेगा। पूरे देश में विभिन्न सांस्कृतिक, शैक्षणिक और जनसहभागिता वाले आयोजन होंगे। मुख्य समारोह के दौरान देशभर के लोग सुबह करीब 9:50 बजे वंदे मातरम के पूर्ण संस्करण का सामूहिक गायन करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं, यह भारत माता की आत्मा की अभिव्यक्ति है।
उधर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक ऐतिहासिक फैसले में कहा कि किसी भी अपराध या कानून के तहत गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को गिरफ्तारी के कारण लिखित रूप में और उसकी समझ में आने वाली भाषा में बताना अनिवार्य होगा। कोर्ट ने कहा कि यह फैसला 'व्यक्तिगत स्वतंत्रता की सांविधानिक गारंटी' की सुरक्षा को मजबूत करेगा। शीर्ष कोर्ट ने कहा कि अगर गिरफ्तारी करते समय तुरंत यह नहीं बताया कि उसे किस वजह से गिरफ्तार किया किया गया है, तो गिरफ्तारी अमान्य नहीं मानी जाएगी। लेकिन पुलिस को उचित समय के भीतर गिरफ्तारी के कारण की लिखित में जानकारी देनी होगी और गिरफ्तार व्यक्ति को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने कम से कम दो घंटे पहले लिखित जानकारी देनी जरूरी है।
इधर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में एक बार फिर शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन भड़क उठा है। नेपाल की तरह ही अब पीओके में भी आंदोलन की कमान जेन-जी ने संभाल ली है। हालांकि, शुरू में छात्रों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन शिक्षा सुधार और फीस कटौती पर केंद्रित था लेकिन उनकी मांगों को सुनने के बजाय सेना-पुलिस की मदद से उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई तो हालात बेकाबू हो गए। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिसमें मुजफ्फराबाद के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सड़कों पर उतरे छात्रों को नारेबाजी, तोड़फोड़ करते और टायर आदि जलाते देखा जा सकता है। शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन में बदले विरोध-प्रदर्शन को पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र में युवा पीढ़ी के बीच गहराते असंतोष के तौर पर देखा जा रहा है। कई सोशल मीडिया पोस्ट में यह भी कहा जा रहा है कि नेपाल के बाद अब पीओके में जेन-जी के आंदोलन ने पाकिस्तान की सरकार और सेना के लिए हालात मुश्किल बना दिए हैं।
उधर सीबीआई ने पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना और अन्य के खिलाफ उनके बेटे अकील अख्तर (35) की "हत्या" के मामले में एफआईआर दर्ज की है। अकील अख्तर 16 अक्टूबर को हरियाणा के पंचकूला में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एफआईआर के अनुसार, मृतक और उसके परिवार के बीच असंतोष पनप रहा था। सीबीआई के एक प्रवक्ता ने देर रात जारी एक बयान में कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 6 नवंबर को अकील अख्तर हत्याकांड में एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर इस आरोप पर दर्ज की गई है कि पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और पंजाब की पूर्व लोक निर्माण मंत्री रजिया सुल्ताना के बेटे अकील अख्तर, जो वर्तमान में पंचकूला के मनसा देवी मंदिर के पास सेक्टर 4 में रहते हैं, की 16 अक्टूबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
इधर उत्तर भारत में सर्दी ने दस्तक दे दी है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा बर्फबारी के बाद ठंडी हवाओं ने मैदानी क्षेत्रों में भी सिहरन बढ़ा दी है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में सुबह-शाम तापमान में गिरावट के साथ हल्का कोहरा दिखने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट आएगी तथा सर्दी का असर तेजी से बढ़ेगा।
उधर बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में इंद्रप्रस्थ यानि दिल्ली से वृंदावन तक 10 दिनी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुक्रवार सुबह नौ बजे रवाना होगी। साधु संतों द्वारा सौंपे गए धर्म ध्वज को आगे रखकर शुरू होने वाली इस पदयात्रा की शुरुआत से पूर्व देशभर से दिल्ली पहुंचने वाले महामंडलेश्वरों, आचार्यों के आशीर्वचनों की वर्षा के बाद राष्ट्रगान, हनुमान चालीसा का पाठ और हिंदू एकता की शपथ के कार्यक्रम होंगे। बागेश्वर महाराज ने कहा कि जो भी हिंदुत्ववादी विचारधारा का है, वह यात्रा में साथ चले, क्योंकि यह यात्रा किसी एक व्यक्ति की नहीं है सभी हिंदुओं की है। उन्होंने देश विदेश में रहने वाले हिंदुओं का आह्वान करते हुए कहा कि 7 नवंबर से 16 नवंबर तक की यात्रा में कम से कम एक दिन के लिए वे अवश्य आएं। महाराज श्री ने कहा कि वे विवाद नहीं संवाद के माध्यम से आगे बढ़ना चाहते हैं।
अब उत्तराखण्ड की खबरों पर नजर डालते हैं, राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर रजत जयंती उत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करोड़ों की सौगात देंगे। इसके लिए विभिन्न विभागों के विकास कार्यों का उद्घाटन व लोकार्पण करने की तैयारी चल रही है। नियोजन विभाग के माध्यम से धरातल पर उतरने वाली योजनाओं की स्क्रीनिंग की जा रही है। देहरादून के एफआरआई मैदान में राज्य स्थापना का रजत जयंती उत्सव को यादगार बनाने के लिए प्रदेश सरकार की तैयारियां जोरों पर है। नौ नवंबर मनाए जाने वाले रजत जयंती उत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड को नया तोहफा दे सकते हैं।
इधर लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के डिपो नंबर 5 के पास डंपर और बाइक की भिड़ंत में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद स्थानीय लोग और राहगीरों का घटना स्थल में जमावड़ा लग गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौत की खबर के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। जानकारी के मुताबिक अपराह्न लगभग साढ़े तीन बजे लालकुआं वार्ड एक निवासी इस्राइल अपने दोस्त के साथ बाइक से हल्दुचौड़ से लालकुआं आ रहा था। डिपो नंबर 5 के पास साइड लेने के दौरान वह डंपर की चपेट में आ गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक डंपर के पिछले हिस्से में जा चिपकी। जिसके कारण चालक इस्राइल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।
उधर राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पूरे प्रदेश में रजत जयंती समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। राज्य की शान मानी जाने वाली पर्वत रानी मसूरी भी इस अवसर पर दुल्हन सी सजने जा रही है। नगर पालिका परिषद मसूरी की अध्यक्ष मीरा सकलानी के नेतृत्व में शहर में दो दिवसीय भव्य कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। अध्यक्ष मीरा सकलानी ने बताया 8 नवंबर को मसूरी में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभायात्रा सर्वे ग्राउंड से प्रारंभ होकर गांधी चौक तक जाएगी। 9 नवंबर को मसूरी के ऐतिहासिक टाउन हॉल में भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसमें मसूरी और आसपास के स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ प्रदेश के चर्चित लोकगायक अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगे।
इधर काशीपुर अनाज मंडी एक बार फिर किसानों के आक्रोश का केंद्र बन गई है। मंडी परिसर में सैकड़ों किसान और किसान नेता धरने पर बैठ गए। अचानक शुरू हुए इस धरने ने न केवल मंडी की गतिविधियों को ठप कर दिया बल्कि यहां के हंजम की भी तालाबंदी कर दी गई। किसानों का आरोप है कि धान तौल में भारी अनियमितताएं हो रही हैं। कई उपसमितियों में रिकॉर्ड से कहीं ज़्यादा धान का चवन्नस दिखाया गया है, जबकि किसानों का असली अनाज मंडी के बाहर ट्रालियों में सड़ रहा है। धरने पर बैठे किसान नेता हिमांशु ने कहा यह लड़ाई किसी एक दिन की नहीं बल्कि कई दिनों से चली आ रही अन्याय की लड़ाई है। उनका कहना है कि जब-जब किसान मंडी में धान तुलवाने आते हैं। अधिकारियों की तरफ से नए बहाने बना दिए जाते हैं, कभी पोर्टल बंद, कभी सीमा पूरी, तो कभी भुगतान रुका, किसानों का कहना है कि वे महीनों से सिर्फ एक ही मांग दोहरा रहे हैं "धान तोलो, हमारा धान तोलो”, लेकिन सुनवाई की जगह उन्हें टाल-मटोल और कागज़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।