Good Morning India: दिल्ली ब्लास्ट मामले की जांच तेज, कश्मीर में 250 ठिकानों पर छापेमारी, आतंकी डॉक्टर उमर नबी का घर ध्वस्त! एआईयू ने रद्द की अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता, बिहार में मतगणना शुरू
नमस्कार दोस्तों, आवाज 24X7 अपने खास कॉलम "गुड मॉर्निंग इंडिया" लेकर एक फिर आपके समक्ष प्रस्तुत है। आईए अभी तक की प्रमुख खबरों और आज के प्रमुख कार्यक्रमों पर नजर डालते हैं। शुरुआत आज की उन खबरों से करते हैं जिनपर सभी की नजर रहेगी। बिहार चुनाव 2025 के नतीजे आज होंगे घोषित। वहीं सुप्रीम कोर्ट में SIR के खिलाफ अर्जियों पर आज होगी सुनवाई।
अब बड़ी खबरों की तरफ रुख करते हैं, दिल्ली ब्लास्ट केस से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। दिल्ली ब्लास्ट केस को अंजाम देने में जिस डॉक्टर उमर नबी की अहम भूमिका थी, उसके घर को ध्वस्त कर दिया गया है। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में रातभर चले ऑपरेशन में डॉ उमर नबी के घर को जमींदोज कर दिया गया है।
इधर दिल्ली में लाल किले के पास कार हुए विस्फोट के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर पुलिस और पुलिस के काउंटर इंटेलिजेंस विंग (सीआईके) ने वीरवार को भी पूरे कश्मीर में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। पूरी घाटी में करीब 250 ठिकानों पर छापे मारे गए। इस दाैरान तीन कर्मचारियों और 20 ओजीडब्ल्यू समेत 45 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
उधर लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा के गुर्गों के बीच गैंगवार जारी है। इस बार लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य सिद्धू उर्फ सिप्पा की दुबई में गला काटकर हत्या कर दी गई है। हत्या की जिम्मेदारी रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर ली है। रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर लॉरेंस गैंग के सदस्य सिद्धू उर्फ सिप्पा की दुबई में गला काटकर हत्या करने की जिम्मेदारी ली है। रोहित गोदारा ने लिखा कि इसने (सिद्धू) लॉरेंस के कहने पर हमारे बंदों को मारने के लिए जर्मनी में अपने बंदे भेजे। सिद्धू दुबई में बैठकर अमेरिका और कनाडा में हमारे बंदों को धमकियां दे रहा था। माना जा रहा है कि रोहित गोदारा के इस पोस्ट के बाद दोनों गैंग के बीच दुश्मनी बढ़ सकती है।
इधर दिल्ली ब्लास्ट को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि दोषियों को ऐसी सजा दी जाएगी कि कोई दोबारा हमला करने की हिमाकत नहीं करेगा। अमित शाह ने गुजरात में मोती भाई चौधरी सागर सैनिक स्कूल के उद्घाटन समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दोषियों को सजा मिलने से दुनिया को यह संदेश जाएगा कि किसी को भी दोबारा ऐसे हमले के बारे में सोचने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। उन्होंने लाल किले के निकट कार विस्फोट में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति भी गहरी संवेदना व्यक्त की। शाह ने गुरुवार को कहा कि इस कायराना कृत्य को अंजाम देने वाले और इसके पीछे जो भी लोग हैं, उन सभी को कानून के दायरे में लाया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। भारत सरकार और गृह मंत्रालय इसे सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
उधर दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) ने अल फलाह यूनिवर्सिटी की मेंबरशिप कैंसिल कर दी है। भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने यूनिवर्सिटी को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी है। संघ ने अल फलाह यूनिवर्सिटी को AIU का लोगो हटाने के लिए कहा है। भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने यूनिवर्सिटी को यह भी कहा कि वह AIU का नाम और लोगो कहीं इस्तेमाल न करें। भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने कहा कि यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द की जाती है क्योंकि विश्वविद्यालय अच्छी स्थिति में प्रतीत नहीं होता है। AIU ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "यह सूचित किया जाता है कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) के उपनियमों के अनुसार, सभी विश्वविद्यालयों को तब तक सदस्य माना जाएगा जब तक वे अच्छी स्थिति में रहते हैं। हालांकि, मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह संज्ञान में आया है कि अल-फलाह विश्वविद्याल अच्छी स्थिति में प्रतीत नहीं होता है। इसलिए हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय को दी गई एआईयू की सदस्यता तत्काल प्रभाव से कैंसिल की जाती है।
इधर पुणे के नवले ब्रिज पर बुधवार देर रात एक भीषण सड़क हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 14 लोग घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब दो बड़े कंटेनर ट्रक आपस में टकरा गए और उनके बीच एक कार फंस गई। टक्कर के बाद दोनों ट्रकों में आग लग गई, जिससे चारों तरफ अफरातफरी मच गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, पहले पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी। फिर ये संख्या बढ़कर आठ बताई गई। पुलिस के अनुसार यह हादसा सतारा-मुंबई लेन पर सेल्फी पॉइंट के पास हुआ, जो सिंघगड रोड थाना क्षेत्र में आता है। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के अंदर बैठे लोग बाहर नहीं निकल सके। देखते ही देखते दोनों ट्रकों में आग लग गई, जिससे कार भी जलकर राख हो गई। हादसे में फंसे सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
उधर दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट के बाद एंटी टेरर स्कॉड ने इंटीग्रल यूनिवर्सिटी प्रशासन से 60 छात्र-छात्राओं की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसी यूनिवर्सिटी में डॉ परवे पढ़ाया करता था, जिसने दिल्ली धमाके से ठीक 3 दिन पहले रिजाइन कर दिया था। डॉ परवेज़, डॉ शाहीन का सगा भाई है। इसीलिए एटीएस पूरे मामले की पड़ताल करना चाहती है। मंगलवार को एटीएस ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रचार डॉ संजय कला से पूछताछ कर तमाम दस्तावेजों को खंगाला। एटीएस ने शाहीन सिद्दीकी के करीबी बताए जा रहे डॉ मोहम्मद आरिफ को उनके कानपुर स्थित आवास से हिरासत में लिया है। जांच व सुरक्षा एजेंसियां अब उनसे हर एक पहलू की गहनता से पूछताछ कर रही हैं। मोहम्मद आरिफ ने कानपुर के हृदय रोग संस्थान में बीते 3 महीने पहले ही ज्वाइन किया था। अब ऐसे में जब उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े ह्रुदयरोग संस्थान से उनका जुड़ाव सामने आया है। इसके बाद संस्थान के डायरेक्टर राकेश वर्मा ने एक बड़ी कवायत करते हुए सभी डॉक्टरों के वेरिफिकेशन का फैसला लिया है।
अब उत्तराखण्ड की खबरों पर नजर डालते हैं, चारधाम यात्रा अब 12 दिन और चलेगी। 25 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद यात्रा पूर्ण रूप से शीतकालीन के लिए बंद हो जाएगी। इस साल यात्रा में अब तक 50.62 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो चुके हैं। जबकि बदरीनाथ धाम की यात्रा सुचारू से चल रही है। धाम में ठंड बढ़ने से श्रद्धालुओं की संख्या भी धीरे-धीरे कम होने लगी है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार बृहस्पतिवार को धाम में 2500 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। अब सरकार का फोकस शीतकालीन यात्रा पर है। बदरीनाथ धाम में ठंड दिनों दिन बढ़ती जा रही है। ठंड का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि यहां पर नाले जमने लग गए हैं। वहीं, बामणी गांव के सामने बहने वाली ऋषि गंगा का पानी जम गया है।
इधर देहरादून के माजरा में एक कार में अचानक आग लग गई। चालक ने कार से धुआं निकलता देख कूदकर अपनी जान बचाई। जानकारी के अनुसार, एक कार( uk07 TB 6167) मंडी से आईएसबीटी की ओर जा रही थी। इस दौरान चमन विहार कट के पास कार में अचानक धुंआ निकालने लगा। देखते ही देखते कार ने आग पकड़ ली।
उधर नियमित करने की मांग पर अमल न होने से नाराज आंदोलनरत उपनल कर्मचारियों का बृहस्पतिवार को गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए कर्मचारियों ने परेड ग्राउंड में प्रदर्शन कर धरना दिया। वहीं, कांग्रेस नेता डॉ. हरक सिंह रावत ने धरनास्थल पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया। उपनल कर्मचारियों ने कहा, प्रदेश के विभिन्न विभागों में उपनल के माध्यम से लगे कर्मचारी बहुत कम मानदेय पर काम कर रहे हैं। वर्ष 2018 में हाईकोर्ट ने कर्मचारियों चरणबद्ध तरीके से नियमित करने का फैसला सुनाया था, लेकिन सरकार उनके नियमितीकरण के मामले को लटकाती आ रही है। उपनल कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक विनोद गोदियाल ने कहा, उपनल कर्मचारियों के मामले में आठ महीने पहले मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति का गठन हुआ था, लेकिन यह समिति कर्मचारियों के आंकड़े नहीं जुटा पाई है।