ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मिले सीएम धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सिलसिले में गुजरात दौरे पर हैं। अहमदाबाद में सीएम धामी के रोड शो चल रहे हैं. साथ ही वो गुजरात के बड़े उद्योपतियों से मिल रहे हैं। आज उन्होंने गुजरात के सीएम से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड के लिए तैयार हो रहे यूनिफॉर्म सिविल कोड (समान नागरिक संहित) को लेकर भी बात की।
सीएम धामी से मुलाकात के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से गुजरात ने वैश्विक प्रगति की दिशा में वाइब्रेंट समिट के दो दशक पूरे कर लिये हैं। दोनों नेताओं के बीच काफी सकारात्मक बातचीत हुई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भूपेन्द्र पटेल को केदारनाथ मंदिर की खूबसूरत तस्वीर भेंट की जबकि भूपेन्द्र पटेल ने शॉल ओढ़ाकर पुष्कर सिंह घामी का स्वागत किया. इसके बाद दोनों नेता कई अहम मुद्दों पर बात करने लगे। महत्वपूर्ण बात यह है कि अगले साल जनवरी में गुजरात में होने वाले वाइब्रेंट समिट के 10वें संस्करण को लेकर गुजरात सरकार द्वारा विभिन्न राज्यों में रोड शो का आयोजन किया गया है। इस पर भी भूपेंद्र पटेल और पुष्कर सिंह धामी के बीच मुलाकात के दौरान चर्चा हुई। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अहमदाबाद में अटल ब्रिज का भी दौरा किया और अहमदाबाद की शहरी विकास योजना और विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे से प्रभावित हुए। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने गुजरात दौरे से गर्व और संतुष्टि की अनुभूति होने की बात भी कही। सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से उत्तराखंड के प्रवासियों की मांग पर अहमदाबाद में उत्तराखंड भवन बनाने के लिए जमीन आवंटित करने का अनुरोध किया है। सीएम धामी ने ये भी बताया कि दोनों राज्यों में गतिमान विभिन्न विकास कार्यों पर चर्चा कर उन्हें देवभूमि भ्रमण हेतु आमंत्रित भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमने चुनाव के दौरान अपनी जनता के सामने यूसीसी का प्रस्ताव रखा था। हमने वादा किया था कि हमारी नई सरकार बनते ही हम समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी लागू करने के लिए एक समिति गठित कर देंगे। हमने चुनाव के बाद अपना वादा निभाते हुए समिति गठित कर दी. समिति का गठन हुए एक साल से अधिक हो गया है। समिति ने उत्तराखंड के लाखों लोगों से बातचीत करके उनकी राय जानी है. समिति ने राज्य के बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों से बात की है। इसके साथ ही आदिवासी समुदाय के लोगों से भी बातचीत की गई है। यूनिफॉर्म सिविल कोड का मसौदा तैयार कर रही हमारी समिति सभी लोगों के विचारों पर आधारित एक मजबूत दस्तावेज तैयार कर रही है। जैसे ही ये काम पूरा हो जाएगा और हमे समिति की ओर से मसौदा मिल जाएगा तो फिर हम समान नागरिक संहिता लागू करने की ओर कदम बढ़ा देंगे।