मॉर्निंग वॉक पर सीएम धामी: पहले खुद बनाई चाय, फिर जनता संग बांटी चुस्कियां

भराड़ीसैंण/गैरसैंण। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार की सुबह भराड़ीसैंण में अनोखे अंदाज़ में लोगों से जुड़ाव दिखाया। विधानसभा सत्र के समापन के बाद सीएम धामी सुबह-सुबह न सिर्फ मॉर्निंग वॉक पर निकले बल्कि एक स्थानीय प्रतिष्ठान पर खुद चाय भी बनाई और चुस्कियों का आनंद लिया। इस दौरान उन्होंने आमजन से बातचीत कर न केवल उनकी कुशलक्षेम पूछी बल्कि सरकार की विकासपरक योजनाओं को लेकर फीडबैक भी लिया। चंद्र सिंह नेगी के प्रतिष्ठान पर पहुंचे मुख्यमंत्री धामी ने खुद चाय बनाई और स्थानीय लोगों संग बैठकर चाय की चुस्कियां लीं। इस दौरान उपस्थित लोगों ने सीएम से सीधे संवाद करने का अवसर पाया। सीएम धामी ने उनसे पूछा कि सरकार की योजनाओं का लाभ कितनी सहजता से जनता तक पहुंच रहा है और किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद भराड़ीसैंण में रुकना और स्थानीय जीवन से जुड़ना उनके लिए बेहद खास है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण केवल ग्रीष्मकालीन राजधानी नहीं बल्कि उत्तराखंड का एक सुंदर और संभावनाओं से भरा पर्यटन स्थल भी है।
सीएम धामी ने कहा-“यहां की खूबसूरत वादियां, शुद्ध पर्वतीय हवा और शांत वातावरण हर किसी को नई ऊर्जा और सुकून का अनुभव कराते हैं। गैरसैंण पर्यटन की दृष्टि से अनोखी पहचान बना सकता है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकता है। मुख्यमंत्री ने गैरसैंण की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को भी याद किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में पहली बार गैरसैंण में टेंट में विधानसभा सत्र आयोजित हुआ था। इसके बाद भराड़ीसैंण में विधानसभा भवन का शिलान्यास पशुपालन विभाग की 47 एकड़ भूमि पर किया गया था। उन्होंने कहा कि यह भवन सिर्फ पत्थरों और ईंटों से बनी संरचना नहीं, बल्कि उत्तराखंड की आकांक्षाओं और संघर्ष का प्रतीक है। सीएम धामी के इस सहज और मिलनसार रवैये से स्थानीय लोग उत्साहित नजर आए। चाय की चुस्कियों के बीच उन्होंने अपनी समस्याएं और सुझाव मुख्यमंत्री के सामने रखे। सीएम ने लोगों को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं को और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए लगातार प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसैंण न केवल ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में बल्कि एक सशक्त पर्यटन हब और पर्यावरणीय दृष्टि से सुरक्षित क्षेत्र के रूप में विकसित होगा। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और शुद्ध वातावरण राज्य ही नहीं बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। भराड़ीसैंण में सीएम धामी की यह सुबह आम दिनों से बिल्कुल अलग रही। जहां मुख्यमंत्री आमतौर पर बड़े सरकारी कार्यक्रमों और औपचारिकताओं में व्यस्त रहते हैं, वहीं इस बार उन्होंने आमजन के बीच बैठकर चाय बनाई, चुस्कियां लीं और सीधे संवाद किया। उनके इस सहज अंदाज़ ने न केवल स्थानीय लोगों के दिल जीते बल्कि यह भी संदेश दिया कि उत्तराखंड सरकार की प्राथमिकता जनता के बीच जाकर उनकी वास्तविक जरूरतों को समझना है।