बागेश्वर उपचुनाव: लगातार हो रही बारिश के बाद भी वोटरों में खासा उत्साह! मतदान केंद्रों में लगी लाइन

Bageshwar by-election: Voters are very enthusiastic even after continuous rains! queues at polling stations

बागेश्वर उपचुनाव के मतदान के लिए वोटरों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। सुबह से ही लोग घरों से निकल कर मतदान केन्द्रों तक पहुंच रहे हैं। मतदान केन्द्रों में लोग वोट देने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते दिखाई दे रहे हैं। 

बागेश्वर उपचुनाव के लिए आज 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई हैं। मतदान को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं बीते दिन से लगातार बारिश हो रही है इसके बावजूद मतदान केन्द्रों में भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। चुनावी रण में उतरे पांचों उम्मीदवारों का भाग्य आज ईवीएम में बंद हो जाएगा। बता दें कि निर्वाचन आयोग ने जिले के आरक्षित बागेश्वर सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए आज पांच सितंबर की तिथि निर्धारित की गई थी।  निर्वाचन विभाग के द्वारा विधानसभा बागेश्वर के लिए सभी 188 पोलिंग बूथों के लिए कल टीमों को रवाना कर दिया गया था और सभी टीमें सुरक्षित पहुंच भी चुकी थी। वहीं सभी जगह सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है, जिले के बॉडरों को पूरी तरह सील कर दिया गया है। देर शाम कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने भी बागेश्वर नगर क्षेत्र में भ्रमण करते हुए एसबीआई के पास बने नगर क्षेत्र के बूथों का निरीक्षण करते हुए निष्पक्ष मतदान की अपील की। वहीं जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने दयागढ़ बूथ का निरीक्षण किया। बालीघाट बॉर्डर का निरीक्षण करते हुए सभी गाड़ियों की विशेष चेकिंग के निर्देश दिए थे। वहीं आज होने वाले मतदान के समय 7 बजे से शाम 5 बजे तक बॉर्डर को पूरी तरह सील करने के निर्देश दिए हैं। गौर हो कि जिले में मतदान के लिए 172 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। साथ ही 15 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील हैं। विधानसभा क्षेत्र को तीन जोन और 28 सेक्टर में बांटा गया है और 15 माइक्रो आब्जर्वर की तैनाती की गई है. चुनाव के लिए 168 वाहनों का इस्तेमाल किया गया है। वहीं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने को लेकर 834 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है। साथ ही सुरक्षा के दृष्टि से 1,444 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। चुनाव के मद्देनजर 6 फ्लाइंग स्क्वायड टीम और 10 स्टेटिक सर्विलेंस टीम लगाई गई है। मतदान के दौरान महिलाओं की सुविधा के लिए एक सखी बूथ भी बनाया गया है और पांच आदर्श बूथ भी बनाए गए हैं।