नैनीताल:नैनी पब्लिक स्कूल में स्वतंत्रता दिवस और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य पर हुआ कार्यक्रम का आयोजन! देखने को मिला संस्कृति और देशभक्ति का अनूठा संगम

नैनीताल:
नैनी पब्लिक स्कूल में 15 अगस्त, 2025 को स्वतंत्रता दिवस और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी का दिल जीत लिया। बच्चों और शिक्षकगणों ने स्कूल से रैली निकाली जिसमें बच्चों ने वंदे मातरम , देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों और "जय हिंद, जय भारत" के नारे लगाए।
स्वतंत्रता दिवस: देशभक्ति का जज्बा
कार्यक्रम में स्वतंत्रता दिवस के महत्व को विशेष रूप से रेखांकित किया गया। बच्चों को 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश शासन से भारत की आजादी के ऐतिहासिक क्षणों के बारे में बताया गया। शिक्षकों ने स्वतंत्रता संग्राम के वीर जवानों और क्रांतिकारियों की गाथाएं सुनाकर बच्चों में देशभक्ति की भावना जागृत की। बच्चों ने देशभक्ति गीतों के माध्यम से आजादी के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर स्कूल प्रांगण में तिरंगे के रंगों से सजा माहौल और बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: भक्ति और प्रेरणा का संगम
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में स्कूल में भजन कीर्तन का आयोजन भी किया गया जिसमे बच्चों ने भगवान श्रीकृष्ण की जीवन गाथा को ध्यान से सुना। शिक्षिकाओं ने भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाए जाने वाले इस पवित्र पर्व पर बच्चों को भगवान कृष्ण के आदर्शों और गीता के सार को समझाया। इस अवसर पर बच्चों ने भगवान कृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेने और उनके संदेशों को जीवन में अपनाने का संकल्प भी लिया ,और श्री कृष्ण के भजनों को गाया।
स्कूल प्रबंधन ने की सराहना
स्कूल प्रबंधन बच्चों को मिठाइयां बांटकर प्रोत्साहित किया। स्कूल के प्रिंसिपल गिरीश सनवाल ने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों में सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों के साथ-साथ देशभक्ति की भावना को मजबूत करते हैं। उन्होंने शिक्षकों और बच्चों के सामूहिक प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम में पूजा कबडवाल, दीप्ति साह, दीप्ति जोशी, ममता तिवारी, चंद्रा रावत, कार्तिक पांडे, पूनम भंडारी, पूनम बिष्ट, जया प्रसाद, दीपा थापा सहित कई अन्य शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।
संस्कृति और देशभक्ति का अनूठा संगम:
यह आयोजन न केवल बच्चों को श्रीकृष्ण के आदर्शों और स्वतंत्रता संग्राम की गौरव गाथा से परिचित कराने में सफल रहा, बल्कि उनके मन में देश और संस्कृति के प्रति सम्मान और गर्व की भावना भी जागृत की। नैनी पब्लिक स्कूल का यह प्रयास बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।