लेडी टीचर हत्याकांड: लापरवाह पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई! एसपी का तबादला, एसएचओ सहित 5 पुलिसवाले सस्पेंड

भिवानी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भिवानी में निजी स्कूल की शिक्षिका की हत्या के मामले में कड़ा रुख अपनाया है। इस मामले में लापरवाही बरतने के चलते भिवानी के पुलिस अधीक्षक मनबीर सिंह का तत्काल तबादला कर दिया गया है। उनकी जगह 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी सुमित कुमार को नया एसपी नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही, लोहारू थाना प्रभारी अशोक, महिला एएसआई शकुंतला, डायल 112 की ईआरवी टीम के ईएसआई अनूप, कॉन्स्टेबल पवन और एसपीओ धर्मेंद्र को भी निलंबित कर दिया गया है। इनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो चुकी है।
भिवानी में शिक्षिका की हत्या का मामला तूल पकड़ चुका है। मृतका के परिजन और गांव ढाणी लक्ष्मण के ग्रामीण आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस की अब तक की कार्रवाई से असंतुष्ट परिजनों ने एक 11 सदस्यीय कमेटी बनाई है, जिसने प्रशासन को शुक्रवार दोपहर तक कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया था। गुस्साए ग्रामीणों ने भिवानी-लोहारू मार्ग पर जाम भी लगाया, हालांकि इसे जल्द ही खोल दिया गया। ग्रामीण और परिजन ढिगावा में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें वे हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग जोर-शोर से उठा रहे हैं। रोहतक रेंज के आईजी वाई पूरन कुमार और एसपी मनबीर सिंह धरना स्थल पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन परिजन अभी भी संतुष्ट नहीं हैं।
वही इस मामले में शिक्षिका के मामा कुलदीप ने बताया कि पुलिस द्वारा दिखाई गई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या के कारणों को स्पष्ट नहीं किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया कि मृतका का 29.5 सेमी गला कटा था, लेकिन हथियार और मौत का समय स्पष्ट नहीं है। मृतका की आंख और कान भी गायब मिले, जिससे परिजन और असंतुष्ट हैं। कुलदीप की मांग पर पोस्टमॉर्टम रोहतक पीजीआई में विशेषज्ञ डॉक्टरों के बोर्ड से करवाया गया फिलहाल परिजन व ग्रामीणों ने शव को लेने से इनकार कर दिया और लोगों की मांग है कि आरोपियों को को शीघ्र गिरफ्तार करें। उसके बाद ही शव लेकर अंतिम संस्कार किया जाएगा। धरनारत कमेटी के प्रधान ने प्रशासन को दो दिन की चेतावनी दी है अगर दो दिन में आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया तो चक्का जाम कर देंगे। कुलदीप ने बताया "शिक्षिका का फोन 11 अगस्त को दोपहर 3:08 बजे बंद हुआ था। इसके बाद शाम 6:26 बजे एक बार खुला, लेकिन फिर बंद हो गया। 12 अगस्त की रात 12:04-05 बजे फोन फिर खुला, लेकिन इसके बाद बंद रहा। घटनास्थल पर फोन का कवर मिला, लेकिन फोन गायब है। टीचर को आखिरी बार प्ले स्कूल से नर्सिंग कॉलेज की ओर जाते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा गया। कॉलेज प्रशासन ने जांच में सहयोग नहीं किया और सीसीटीवी फुटेज भी नहीं दिखाए, जिससे परिजनों को कॉलेज पर शक है।
वही टीचर के पिता संजय ने बताया कि उनकी सबसे बड़ी बेटी ने 12वीं कक्षा विज्ञान विषय से पास की थी और वह मेडिकल लाइन में जाना चाहती थी। वह बीएससी नर्सिंग में दाखिला लेने की तैयारी कर रही थी। 22 जुलाई को मनीषा का 18वां जन्मदिन था। वह प्ले स्कूल में पढ़ाती थी और रोज स्कूल बस से घर लौटती थी। लेकिन 11 अगस्त को वह बस से घर नहीं लौटी। उस दिन दोपहर में टीचर ने अपने पिता से कहा था कि वह नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए जा रही है। संजय ने बताया कि 11 अगस्त की शाम बेटी की कॉल आई, लेकिन बाद में फोन बंद हो गया। शक होने पर उन्होंने डायल 112 पर संपर्क किया, लेकिन पुलिसकर्मियों ने दुर्व्यवहार किया और कहा कि लड़की भाग गई होगी। लोहारू थाने में भी एफ़आईआर दर्ज करने में आनाकानी की गई। परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो मामला इतना नहीं बिगड़ता। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों ने टीचर का शव लेने से इनकार कर दिया और हत्यारों की गिरफ्तारी तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही।
वही लोहारू पुलिस के अनुसार, बुधवार सुबह सिंघानी गांव में नहर के पास खेत में मनीषा का शव मिला। उसकी गर्दन कटी हुई थी। यह जगह मनीषा के गांव से 8 किलोमीटर दूर है। पुलिस ने लापता होने की एफआईआर में हत्या की धाराएं जोड़ी हैं। जांच में सामने आया कि मनीषा को आखिरी बार खरकड़ी रोड पर जाते देखा गया, जो प्ले स्कूल और नर्सिंग कॉलेज के बीच का रास्ता है। इस पूरे मामले पर रोहतक रेंज के आईजी वाई पूर्ण कुमार ने बताया कि हमने एसपी भिवानी व पूरी टीम के साथ घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण किया और डिटेल में जांच भी की। आईजी से जब पूछा गया कि तीन दिन बीत चुके हैं, जांच कहां तक पहुंची? सवाल पर उन्होंने जवाब दिया कि जो जो हमें टेक्निकल एविडेंस मिला है। उस पर हम काम कर रहे हैं। एसपी भिवानी ने 6 टीमें नियुक्त की हैं। उसमें साइबर के कर्मचारी भी शामिल हैं। कोशिश करेंगे कि इसमें जो गुनहगार होंगे। उसे जल्दी पकडऩे का काम करेंगे।