तापमान बढ़ने के साथ ही बढ़ीं उत्तराखंड में मुश्किलें! धधकने लगे जंगल

उत्तराखंड में तापमान बढ़ने के साथ ही ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ने लगीं हैं। उत्तराखंड के कई जिलों में वनाग्नि से ग्रामीणों की मुश्किलें भी बढ़ने लगीं हैं। अल्मोड़ा जिले के ताकुला ब्लॉक में वन पंचायत के जंगल में आग लग गई। कर्मचारी अन्य जगह आग बुझाने के लिए गए होने के कारण ग्रामीणों और हंस फाउंडेशन के फायर फाइटर खुद ही आग बुझाने में जुट गए।
बाद में वन विभाग की टीम भी पहुंच गई। इसके बाद सभी ने मिलकर आग पर काबू पाया। ग्रामीणों के अनुसार, रविवार को ताकुला ब्लॉक के नाई, ढोल, भकूना, भट्टगांव, पाटिया, रेत के वन पंचायत के जंगलों में आग लग गई। हंस फाउंडेशन के फायर फाइटर, हंस वनाग्नि प्रबंधन समिति के सदस्यों ने आग की सूचना वन विभाग के कंट्रोल रूम में दी, लेकिन पता चला कि वन विभाग के कर्मचारी अन्य जगहों पर आग बुझाने के लिए गए हुए हैं। इसपर हंस फाउंडेशन के फायर फाइटर और ग्रामीण खुद की आग बुझाने में जुट गए, लेकिन काफी देर तक प्रयास करने के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। कड़ी मशक्कत के बाद विभाग की टीम और ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। बागेश्वर के काफलीगैर तहसील के पाना और बोहाला के जंगल में शनिवार की रात करीब नौ बजे आग धधक गई। वन कर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दो घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया। आग बुझने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। शनिवार रात करीब नौ बजे काफलीगैर तहसील के पाना और बोहाला के जंगलों में आग लग गई। ग्रामीण नरेंद्र सिंह की सूचना पर वन दरोगा शमशेर सिंहमौके पर पहुंचे। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि दो दिन से गर्मी में इजाफा हो गया है। उन्होंने वन विभाग से जंगलों में आग लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।