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79वां स्वतंत्रता दिवस: लाल किले पर गूंजा 'ऑपरेशन सिंदूर' का शौर्य! प्रधानमंत्री मोदी बोले- अब 'न्यूक्लियर ब्लैकमेल' नहीं सहेगा भारत, देशभर में मनाया जा रहा आजादी का उत्सव

79th Independence Day: The valor of 'Operation Sindoor' resounded at the Red Fort! Prime Minister Modi said- Now India will not tolerate 'nuclear blackmail', Independence Day is being celebrated acro

नई दिल्ली। आज 15 अगस्त, 2025 को भारत 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह वह ऐतिहासिक दिन है जब भारत को अंततः स्वतंत्रता मिली और वह 1947 में लगभग 200 साल लंबे ब्रिटिश शासन के चंगुल से मुक्त हुआ। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और लाल किले की प्राचीर से अपना संबोधन शुरू किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 1947 में जब भारत स्वतंत्र हुआ, तब अपार संभावनाएं थीं, लेकिन चुनौतियां भी बड़ी थीं। भारत 79वें स्वतंत्रता दिवस पर संविधान निर्माताओं को नमन करता है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है। हमारे सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने जिस प्रकार का कत्ले आम किया। धर्म पूछकर लोगों को मारा। पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था। पूरा विश्व इस संहार से चौंक गया था। ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है। हमने सेना को खुली छूट दी। हमारी सेना ने वो करके दिखाया, जो कई दशकों तक भुलाया नहीं जा सकता। सैकड़ों किमी दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों को नेस्तनाबूद किया। पाकिस्तान की नींद अभी उड़ी है। पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमने ऑपरेशन सिंदूर में देखा कि आत्मनिर्भर भारत कितना सक्षम है। दुश्मन को पता भी नहीं चला कि कौन सा सामर्थ्य है जो उन्हें पल भर में खत्म कर रहा है। अगर हम आत्मनिर्भर न होते तो क्या हम इस तरह हो पाते। सप्लाई मिलेगा कि नहीं, कौन देगा कौन नहीं। लेकिन हमारे मेक इन इंडिया की बदौलत हमारी सेना पराक्रम करती रही। बीते 10 साल से हम मेक इन इंडिया को मिशन की तरह लेकर चले हैं। 21वीं सदी तकनीक की सदी है। जब तकनीक ड्रिवेन सदी है तो इतिहास गवाह है कि जिन देशों ने तकनीक में बढ़ोतरी हासिल की वो देश शिखर पर पहुंच गए। आर्थिक शक्ति के पैमाने पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि अब भारत ‘न्यूक्लियर ब्लैकमैल’ नहीं सहेगा। 

इधर स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी शुक्रवार को ‘हाई अलर्ट’ पर है और यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है, ऊंची इमारतों पर ‘स्नाइपर’ तैनात किए गए हैं, शहर भर में कैमरे लगाए गए हैं तथा 14,000 से अधिक सुरक्षा एवं यातायात पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।