बेरोजगारी का आलमः चपरासी की नौकरी के लिए लाइन में लगे डिग्रीधारी युवा! 53 हजार पदों के लिए आ गए 24 लाख से ज्यादा आवेदन

नई दिल्ली। देश में बेरोजगारी का आलम क्या है? इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राजस्थान में चपरासी की नौकरी के लिए एमबीए और पीएचडी होल्डर ने भी आवेदन किया है। यहां चपरासी जैसे चतुर्थ श्रेणी पद के लिए 53,749 भर्तियों पर 24 लाख 76 हजार से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया है। इनमें पीएचडी, एमएड, एमबीए और एमएससी तक की पढ़ाई करने वाले युवा भी शामिल हैं। राजस्थान में इन दिनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। 53,749 पदों के लिए निकली भर्ती के लिए 19 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन भरे गए थे। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बनने के लिए कुल 24 लाख 76 हजार 383 युवाओं ने फार्म भरे हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें हजारों आवेदक ऐसे भी हैं जो बीए, बीएड, एमए, एमएड, एलएलबी, एमफिल, पीएचडी के साथ बीटेक और एमबीए किए हुए भी हैं। आवेदन की आखिरी घड़ियों में वेबसाइट क्रैश हो गई। महज पांच घंटे में एक लाख 11 हजार आवेदन भरे गए। राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग के सचिव भागचंद बधाल ने बताया कि परीक्षा आठ पारियों में होगी और नॉर्मलाइजेशन से परिणाम जारी किया जाएगा। राज्य में 18 लाख बेरोजगार रजिस्टर्ड हैं, जबकि असल संख्या 30 लाख से अधिक मानी जाती है।