राहुल गांधी और यूपी के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के बीच तीखी बहस! वीडियो आया सामने, जानें चाय आने पर कैसे शांत हो गया मामला?

रायबरेली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और यूपी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह बीच उस समय तीखी बहस हो गई, जब दिशा की बैठक चल रही थी। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें राहुल कह रहे कि आप चर्चा को बीच में नहीं रोक सकते। इस पर मंत्री ने कहा कि आपके कहने से मैं नहीं मानूंगा। प्रोसीडिंग नियमानुसार होनी चाहिए। दरअसल राहुल गांधी ने गुरूवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता की थी। इसमें मंत्री दिनेश प्रताप सिंह भी शामिल हुए। बैठक में 42 पॉइंट पर चर्चा होनी थी। मगर कांग्रेस के नामित सदस्य जनता के कुछ मुद्दों पर चर्चा करने की बात कहने लगे। इसका दिनेश प्रताप ने विरोध किया था। इस बात पर दोनों के बीच हॉट-टॉक हो गई। इसी बीच राहुल गांधी के लिए एक युवक चाय लेकर आया। इस पर मंत्री ने अपने लिए भी चाय मांगी। कहा कि क्या बैठक में सिर्फ अध्यक्ष को ही चाय मिलेगी? जिस पर राहुल गांधी ने चुटकी लेते हुए कहा कि इन्हें तीन-चार कप चाय पिलाइए। तब जाकर मामला शांत हुआ। बता दें कि ये वही मंत्री हैं, जो राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे। 9 सितंबर को भी मंत्री ने रायबरेली आ रहे राहुल गांधी का अपने समर्थकों के साथ हाईवे पर बैठकर विरोध किया था। इस दौरान राहुल का काफिला 5 मिनट के लिए रोकना पड़ा था।
दरअसल राहुल गांधी अपने दो दिवसीय दौरे पर 9 सितंबर को रायबरेली पहुंचे थे। चुनाव जीतने के बाद यह उनका 6वां दौरा था। दौरे के दूसरे दिन वे कलेक्ट्रेट में दिशा बैठक में शामिल हुए। बैठक में कांग्रेस के नामित सदस्य गौरव ने बताया कि इसमें 42 बिंदुओं पर चर्चा होनी थी। नामित सदस्यों ने इन बिंदुओं से अलग जनता के मुद्दों को उठाया। इस पर मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि बैठक में पहले से तय 42 बिंदुओं पर ही चर्चा होनी चाहिए। इस पर बगल में बैठे राहुल गांधी ने उन्हें टोक दिया। कहा कि अगर जनता से जुड़ा मुद्दा है, तो उसे एक बार सुनना चाहिए। मगर मंत्री लगातार यही कहते रहे कि चर्चा सिर्फ तय बिंदुओं पर ही होनी चाहिए। इस पर अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा ने कहा कि बैठक का अध्यक्ष मुख्य होता है। अध्यक्ष जन समस्याओं के बिंदुओं पर भी चर्चा करा सकता है। इसके बाद दिनेश प्रताप ने कहा कि आप लोग लोकसभा में स्पीकर की नहीं सुनते, तो यहां किसकी सुनेंगे।
सदस्य गौरव ने बताया कि मंत्री ने टेबल पर रखे कागज उठाए और दिखाते हुए कहा कि इनमें ये मुद्दे कहां लिखे हैं? अगर लिखे हैं तो पढ़वा दीजिए। इस पर राहुल ने कहा कि आपको सदस्यों की बात सुननी चाहिए। मंत्री ने दोहराया कि प्रक्रिया के हिसाब से ही चलना चाहिए। इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया कि अगर कोई सदस्य कोई मुद्दा उठाता है तो आपको उसे रोकना नहीं चाहिए। आपको कहना चाहिए कि मैं कुछ बोलना चाहता हूं, तब आपको समय दिया जाएगा। इस पर दिनेश प्रताप ने कहा कि अगर इस सदन में गलत सवाल उठाए जाएंगे, तो मैं जरूर बोलूंगा। जब अमेठी सांसद ने उन्हें रोकना चाहा तो उन्होंने कहा कि हम आपके कहने से नहीं रुकेंगे। हालांकि बाद में चाय को लेकर राहुल गांधी और दिनेश सिंह ने एक-दूसरे पर चुटकी ली, जिससे माहौल बदल गया।