Good Morning India: मौसम की मार, देशभर में मचा हाहाकार, पंजाब और हरियाणा में हालात भयावह, हिमाचल और उत्तराखण्ड में भी बिगड़े हालात! अफगानिस्तान में भूकंप ने मचाई तबाही, अब तक 800 लोगों की मौत

नमस्कार दोस्तों, आवाज 24X7 अपने खास कॉलम "गुड मॉर्निंग इंडिया" लेकर एक फिर आपके समक्ष प्रस्तुत है। आईए अभी तक की प्रमुख खबरों और आज के प्रमुख कार्यक्रमों पर नजर डालते हैं। शुरुआत आज की उन खबरों से करते हैं जिनपर सभी की नजर रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नई दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्घाटन करेंगे। वहीं आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू चेन्नई के दौरे पर जाएंगी। इधर बिहार में आज से SIR दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया शुरू होगी।
अब बड़ी खबरों की तरफ रुख करते हैं, देश में इस वक्त मानसून अपने चरम पर है। दिल्ली से लेकर राजस्थान और पंजाब से लेकर जम्मू तक बारिश ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कहीं बाढ़ से लोग पलायन करने को मजबूर हैं, तो कहीं बारिश की वजह से लैंडस्लाइड और बादल फटने जैसे मामले देखने को मिल रहे हैं। इधर पंजाब और हरियाणा में हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
उधर ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को घुटनों पर लाने के बाद भी भारतीय वायुसेना रुकी नहीं है। वायुसेना लगातार युद्धाभ्यास कर रही है और अपनी तैयारियों को पूर्ण रख रही है। अब जानकारी सामने आई है कि भारतीय वायुसेना कराची की एयरस्पेस के ठीक सामने युद्धाभ्यास करने जा रही है। वायुसेना इस अभ्यास में कई विमान शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायुसेना गुजरात और राजस्थान से सटे हुए इलाकों में 2 सितंबर की तारीख को सुबह 11 बजे से लेकर 3 सितंबर की तारीख को करीबन दोपहर 2 बजे तक युद्धाभ्यास करेगी। ये युद्धाभ्यास कराची की एयरस्पेस के ठीक सामने होगा। भारतीय वायुसेना के मुताबिक ये एक रूटीन एक्सरसाइज है। इसके लिए नोटेम इश्यू किया हुआ है।
इधर गुरुग्राम में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग (IMD) ने आज 2 सितंबर को भी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके बाद जिल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में गुरुग्राम के सभी कॉर्पोरेट और निजी कार्यालयों से अपील की गई है कि वे कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दें। इस कदम का मकसद बारिश के कारण लोगों को होने वाली असुविधा और जोखिम को कम करना है। जिला प्रशासन ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि मौसम की स्थिति को देखते हुए सावधानी बरतें, अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। साथ ही आज स्कूलों को ऑनलाइन माध्यम से चलाने को कहा गया है।
उधर अफगानिस्तान में रविवार-सोमवार की देर एक के बाद एक भूकंप के लगातार झटकों ने लोगों को दहला कर रख दिया है। खबरों की मानें तो इस भूकंप के झटके दिल्ली एनसीआर तक महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, अफगानिस्तान में देर रात से लेकर सुबह तक के बीच 6.3 की तीव्रता से लेकर 5 की तीव्रता तक के कई भूकंप के झटके लगे हैं। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के बसावुल से 36 किलोमीटर दूर था। भूकंप से अफगानिस्तान में बड़े नुकसान और अब तक 800 लोगों की मौत की भी खबर है।
इधर महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को ऋषि मुनियों की चाहत बढ़ गई है, अब उनका वानप्रस्थ का समय आ गया है। उन्होंने ये भी कहा कि बिहार में लोगों के मुंह में "वोट चोर गद्दी छोड़ " का नारा है, ये मुद्दा बहुत बड़ा है बिहार के बाहर पूरे हिंदुस्तान में जाएगा। तुषार गांधी ने नागपुर में कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को ऋषि मुनियों की चाहत बढ़ गई है, अब उनका वानप्रस्थ का समय आ गया है। दरअसल तुषार गांधी से जब यह पूछा गया कि कुछ दिन पहले मोहन भागवत ने कहा है कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ऋषि मुनियों ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी है, इसका उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि मोहन भागवत की ऋषि मुनियों की प्रति चाहत बढ़ गई है, अब उनका वानप्रस्थ का समय आ गया है।
उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दावा किया कि भारत ने प्रस्ताव दिया है कि वह अमेरिकी उत्पादों से टैरिफ (आयात शुल्क) को शून्य कर देगा। उन्होंने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी भले ही वाशिंगटन के व्यापार दबाव के बीच चीन और रूस के नेताओं के साथ एकजुटता प्रदर्शित कर रहे हों, लेकिन वह हमारे उत्पादों से पूरी तरह टैरिफ हटाने की बात कह रहे हैं। ट्रंप ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि भारत ने टैरिफ शून्य करने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन ऐसा करने में उन्होंने बहुत देर कर दी है। उनको ये काम सालभर पहले ही करना चाहिए था।
इधर हिमाचल में नदियों ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है। बारिश और भूस्खलन से प्रदेश में हालात बद से बदत्तर हैं। भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में सड़कें बुरी तरह प्रभावित हैं। वहीं, मृतकों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 320 हो गई है। इनमें से 166 मौतें भूस्खलन, अचानक बाढ़ और बिजली गिरने जैसी बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण हुईं, जबकि सड़क दुर्घटनाओं में 154 मौतें हुईं।
उधर पंजाब में बाढ़ के बिगड़ते हालात से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी चिंतित हैं। यही कारण है कि विदेश से नई दिल्ली लौटते ही उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बातचीत कर राज्य में बाढ़ के हालात की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री के फोन से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री और राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से फोन पर बात कर वहां के हालात की जानकारी ली थी।
अब उत्तराखण्ड की खबरों पर नजर डालते हैं, ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में मानसून सत्र में पारित आठ विधेयकों को विधानसभा सचिवालय ने राजभवन भेज दिया है। राज्यपाल की मंजूरी के बाद विधेयक अधिनियम बनेंगे। प्रदेश सरकार ने मानसून सत्र में समान नागरिक संहिता संशोधन विधेयक, उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता एवं विधि विरुद्ध प्रतिषेध संशोधन विधेयक, उत्तराखंड अल्पसंख्यक शिक्षा विधेयक समेत आठ विधेयक पारित किए थे। यूसीसी संशोधन विधेयक में विवाह पंजीकरण की समय सीमा को छह माह से बढ़ाकर एक वर्ष किया गया। जबकि उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता एवं विधि विरुद्ध प्रतिषेध संशोधन विधेयक में जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए सख्त प्रावधान किए हैं।
उधर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से और आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि 13 लोग घायल हुए हैं और दो लापता हैं। इनमें से छह मौतें हिमाचल में और दो उत्तराखंड में हुई हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य को आपदा प्रभावित घोषित कर दिया है। राज्य को अब तक 3,056 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को विधानसभा में यह घोषणा की है।
इधर बिहार में चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी पर की कई अभद्र टिप्पणी का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। देश भर में बीजेपी के कार्यकर्ता इस मुद्दे पर कांग्रेस के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे है। सोमवार एक सितंबर को बीजेपी कार्यकर्ताओं में देहरादून में कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय के पास इसी मसले पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कुछ देर बाद तो दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की स्थिति गई थी, जिसके बाद पुलिस को बीच में आना पड़ा।