Good Morning India: पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में तनाव, हिंसा में तीन की मौत! बरेली हिंसा को लेकर एफआईआर में हुए चौंकाने वाले खुलासे! कनाडा सरकार ने बिश्नोई गैंग को घोषित किया आतंकी संगठन! देर रात देहरादून में हुआ बवाल, सड़क पर उतरे लोग

नमस्कार दोस्तों, आवाज 24X7 अपने खास कॉलम "गुड मॉर्निंग इंडिया" लेकर एक फिर आपके समक्ष प्रस्तुत है। आईए अभी तक की प्रमुख खबरों और आज के प्रमुख कार्यक्रमों पर नजर डालते हैं। शुरुआत आज की उन खबरों से करते हैं जिनपर सभी की नजर रहेगी। भारत और श्रीलंका के मैच के साथ आज मंगलवार को महिला वनडे विश्व कप 2025 का आगाज होगा। बिहार में आज जारी होगी फाइनल वोटर लिस्ट।
अब बड़ी खबरों की तरफ रुख करते हैं, पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन और पूर्ण बंद से हंगामा हो गया है और सुरक्षाबलों के साथ झड़पों में 3 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान एक दर्जन से ज्यादा लोगों के घायल होने की बात सामने आई है। बता दें कि संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी द्वारा उठाई गई मांगों को पूरा करने में सरकार की विफलता की वजह से यहां की जनता में गुस्सा है। हिंसा के बीच, जेके एक्शन कमेटी के अध्यक्ष शौकत नवाज मीर ने मुजफ्फराबाद से भाषण दिया और सीधे तौर पर सरकारी संस्थाओं पर प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस समय, सरकार लोगों को मारने पर उतर आई है। राज्य की संस्थाएं, राज्य की सरकार, राज्य का प्रशासन, गुंडे, आतंकवादी, हमारे पास सबूत हैं। पुलिस हमारे साथ है।
इधर हरियाणा के पानीपत जिले के एक प्राइवेट स्कूल में स्कूल की प्रधानाचार्य के इशारे पर एक बस चालक ने कक्षा 2 के एक छात्र को कमरे की खिड़की से उल्टा लटका दिया। छात्र की जमकर पिटाई भी की गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दोनों को पकड़ लिया गया। पुलिस के अनुसार, गृह कार्य (होमवर्क) न करने पर लड़के को शारीरिक दंड दिया गया था। प्रधानाचार्य ने बच्चे को डांटने के लिये बस चालक को बुलाया था। पुलिस ने बताया कि चालक उस लड़के को स्कूल के एक कमरे में ले गया और उसे खिड़की से अंदर की तरफ उल्टा बांध दिया तथा थप्पड़ मारे।
उधर एशिया कप 2025 में पाकिस्तान को करारी शिकस्त देकर भारत को खिताब दिलाने वाले टीम इंडिया के कप्तान सूर्यकुमार यादव का मुंबई पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ। 29 सितंबर को जैसे ही सूर्यकुमार अपने देवनार स्थित आवास पर पहुंचे, वहां फूल-मालाओं और जयकारों से माहौल गूंज उठा। सूर्यकुमार यादव के सोसायटी कॉम्पलैक्स में बड़ी संख्या में लोग अपने चहेते कप्तान की एक झलक पाने को उमड़े। उसी बिल्डिंग में रहने वाले पूर्व सांसद राहुल रमेश शेवाले ने सोसायटी के पदाधिकारियों और स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर सूर्यकुमार यादव का शाल, फूल और तिरंगा भेंट कर अभिनंदन किया। इस दौरान उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत करते हुए आरती भी उतारी गई।
इधर कनाडा की सरकार ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। कनाडा सरकार ने बिश्नोई गैंग को एक आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध कर दिया है। कनाडा के जन सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी ने सोमवार को इस कार्रवाई के बारे में जानकारी दी है। बिश्नोई गैंग पर कनाडा में किसी खास समुदाय को निशाना बनाकर भय और धमकी का माहौल बनाने का आरोप लगाया गया है। कनाडा सरकार की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक, बिश्नोई गैंग पर ये कार्रवाई कनाडा की आपराधिक संहिता के तहत की गई है। अब आतंकी संगठन घोषित किए जाने के बाद कनाडा में बिश्नोई गैंग के स्वामित्व वाली कोई भी चीज़, संपत्ति, वाहन, धन को फ्रीज या जब्त किया जा सकता है। इसके साथ ही आतंकी संगठन घोषित किए जाने के बाद बिश्नोई गैंग के खिलाफ कनाडाई कानून प्रवर्तन को आतंकवादी अपराधों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए और अधिक शक्ति मिलेगी।
उधर बरेली में बीते शुक्रवार 26 सितम्बर को आई लव मोहम्मद कैंपेन को लेकर हुई हिंसा मामले में दायर एफआईआर में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। एफआईआर में कहा गया है कि हिंसा एक सोची-समझी साजिश थी। इसमें ये भी कहा गया है कि हिंसा को अंजाम देने में मौलाना तौकीर रजा खान का हाथ था, वही आरोपी नंबर वन हैं। ये भी कहा गया है कि तौकीर रजा ने ही प्रदर्शनकारियों को निर्देश दिए थे कि आज शहर का माहौल बिगाड़ना है, चाहे इसमें पुलिसवालों की हत्या ही क्यों न करनी पड़े, मुस्लिमों की ताकत दिखानी है।
इधर अभिनेता विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) के पदाधिकारी मथियाझागन को हाल ही में पार्टी की एक रैली में हुई भगदड़ के सिलसिले में सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस रैली में 41 लोगों की मौत हो गई थी और 60 लोग घायल हो गए थे। मथियाझगन को हत्या, गैर इरादतन हत्या और जन सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एफआईआर में नामजद टीवीके के अन्य पदाधिकारियों में राज्य महासचिव बुस्सी एन आनंद और राज्य संयुक्त सचिव सीटीआर निर्मल कुमार का नाम भी शामिल है, लेकिन विजय का नाम उनमें शामिल नहीं है।
अब उत्तराखण्ड की खबरों पर नजर डालते हैं, सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट के बाद देहरादून में देर रात बवाल हो गया। सोमवार 29 सितंबर देर रात पटेल नगर थाना क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आ गए। लाल पुल के पास लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। इस दौरान कुछ लोगों ने नारेबाजी की। साथ ही सड़क जाम कर शहर का माहौल खराब करने का भी प्रयास किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को वहां से खदेड़ा। वहीं संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस-प्रशासन की सख्त चेतावनी है कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। वहीं सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने और आपत्तिजनक कमेंट करने के संबंध में कोतवाली पटेल नगर पुलिस की तरफ से खुद ही मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही आपत्तिजनक कमेंट करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है।
इधर 'नन्हीं परी' गैंगरेप मर्डर मामले में उत्तराखंड सरकार ने त्वरित संज्ञान लेते हुए सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) में 27 सितंबर को पुनर्विचार याचिका दाखिल की है। इस याचिका का प्रारूपण एसपी सिटी हल्द्वानी प्रकाश चंद्र आर्या द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया गया है। इस मामले की पैरवी के लिए उत्तराखंड सरकार ने भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को जिम्मेदारी सौंपी है, ताकि सर्वोच्च स्तर पर 'नन्हीं परी' को न्याय मिल सके। परिजनों ने भी सॉलिसिटर जनरल से भेंटकर उत्तराखंड सरकार के इस कदम पर संतोष व्यक्त किया है और उन्हें विश्वास है कि 'नन्हीं परी' को न्याय मिलेगा।
उधर विदेश में रह रहे एनआरआई की करोड़ों की जमीन को फर्जी दस्तावेज तैयार कर खुर्द-बुर्द करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में एक राजनीतिक दल के नेता समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता जसपाल सिंह पुत्र केवल सिंह निवासी चन्द्रपुर तिवाड़ी, पीरूमदारा ने पुलिस को तहरीर दी कि उनके पास गांव के ही बलबीर सिंह पुत्र बनन सिंह जो वर्तमान में विदेश में रहते हैं, उनकी राष्ट्रीय राजमार्ग से सटी भूमि का उनके पास पॉवर ऑफ अटॉर्नी है। आरोप है कि बलबीर सिंह की अनुपस्थिति का लाभ उठाकर गांव के ही राजेश पाल पुत्र रमेश पाल और चंद्रशेखर उर्फ चंदन पुत्र सोभरन सिंह ने जमीन हड़पने की साजिश रची।