Good Morning India: पाकिस्तान के हमले में 3 अफगानिस्तानी क्रिकेटर्स की मौत! धनतेरस आज, बाजारों में रौनक! लद्दाख में मौन मार्च और ब्लैकआउट का आयोजन आज, उत्तराखण्ड में दिवाली को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट! जानें आज क्या रहेगा खास?

नमस्कार दोस्तों, आवाज 24X7 अपने खास कॉलम "गुड मॉर्निंग इंडिया" लेकर एक फिर आपके समक्ष प्रस्तुत है। आईए अभी तक की प्रमुख खबरों और आज के प्रमुख कार्यक्रमों पर नजर डालते हैं। शुरुआत आज की उन खबरों से करते हैं जिनपर सभी की नजर रहेगी। लद्दाख में आज मौन मार्च और ब्लैकआउट का आयोजन किया जाएगा। लखनऊ में राजनाथ सिंह और सीएम योगी आज पहली ब्रह्मोस मिसाइल खेप को हरी झंडी दिखाएंगे।
अब बड़ी खबरों की तरफ रुख करते हैं, पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ही पड़ोसी देश हैं, लेकिन इस समय उनके संबंध तनाव की स्थिति से गुजर रहे हैं। पाकिस्तान ने एयरस्ट्राइक की, जिसमें अफगानिस्तान को काफी नुकसान हुआ। पाकिस्तान के हमले में तीन स्थानीय क्रिकेटरों की मौत उरगुन जिले में हो गई। इसके बाद अफगानिस्तान ने बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान की धरती पर होने वाली ट्राई सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया है और पाकिस्तान के मुंह पर करारा तमाचा मारा है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया गया है कि ACB उरगुन जिले के बहादुर क्रिकेटरों (कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून) की दुखद शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त करता है, जिन्हें आज शाम पाकिस्तानी शासन द्वारा किए गए कायरतापूर्ण हमले में निशाना बनाया गया। इन प्लेयर्स के साथ पांच और लोगों की मौत हुई, जबकि सात घायल हो गए। खिलाड़ी एक मैत्रीपूर्ण मैच में भाग लेने के लिए शाराना गए थे। उरगुन लौटने के बाद उन्हें निशाना बनाया गया।
इधर पंजाब नेशनल बैंक में 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के खिलाफ भारत को बड़ी कामयाबी मिली है। बेल्जियम के एंटवर्प शहर की एक अदालत ने शुक्रवार को चोकसी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। कोर्ट ने भारत की ओर से की गई प्रत्यर्पण की मांग को सही ठहराते हुए चोकसी की गिरफ्तारी को वैध करार दिया। यह फैसला भारत के लिए एक अहम कदम है, जो चोकसी को देश में लाकर कानून के सामने पेश करना चाहता है। हालांकि, चोकसी के पास इस फैसले के खिलाफ बेल्जियम की उच्च अदालत में अपील करने का विकल्प मौजूद है।
उधर श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या ने इन दिनों अपने भारत दौरे पर हैं। इस दौरान शुक्रवार को उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच विकास से जुड़े मुद्दों पर सहयोग और भारतीय मछुआरों के कल्याण जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। श्रीलंका की पीएम अमरसूर्या ने यहां पीएम मोदी से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है। बैठक में शिक्षा, महिला सशक्तीकरण, नवाचार, विकास से जुड़े मुद्दों पर सहयोग और हमारे मछुआरों के कल्याण समेत कई विषयों पर चर्चा हुई।’’ पीएम मोदी ने कहा, ‘‘करीबी पड़ोसी होने के नाते हमारा सहयोग हमारे दोनों देशों के लोगों और साझा क्षेत्र की समृद्धि के लिए बहुत महत्व रखता है।’’
इधर उत्तर प्रदेश के जौनपुर में शुक्रवार शाम को मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने दरगाह पर चादर चढ़ाकर प्रेमानंद महाराज की लंबी उम्र की दुआ मांगी। शहर की प्राचीन और प्रसिद्ध दरगाह हजरत हमजा चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह पर एक अनोखा धार्मिक-सामाजिक नजारा देखने को मिला। वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज किशोरी जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ और दीर्घायु जीवन की कामना करते हुए दरगाह पर चादरपोशी की गई। कार्यक्रम के बाद अरशद कुरैशी, पूर्व अध्यक्ष मरकजी सीरत कमेटी जौनपुर, ने कहा कि “शिराज-ए-हिंद जौनपुर की सरजमीं हमेशा से ही गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करती आई है। यहां हर धर्म, हर मजहब के लोग एक-दूसरे के प्रति प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का संदेश देते हैं।”
उधर आज धनेतरस है और आज का दिन हिंदू धर्म में बेहद खास माना जाता है। इस दिन को धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को यह त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर समुद्र से प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन माता लक्ष्मी के साथ ही भगवान धन्वंतरि की भी पूजा की जाती है। इसके साथ ही कुबेर देव को भी इस दिन पूजा जाता है।
अब उत्तराखण्ड की खबरों पर नजर डालते हैं, भारत सरकार की प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) कार्यक्रम में पूरे देश में जनपद उधमसिंह नगर को चौथे स्थान मिला है। जिसके लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर जिलाधिकारी नितिन भदौरिया ने कहा जनपद के सभी अधिकारियों की सक्रियता और कर्मचारियों की मेहनत से यह सम्मान मिला है।
इधर दीपावली पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को पूरी तरह सक्रिय और सतर्क रखने के निर्देश जारी किए हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने सभी जिला प्रशासन और चिकित्सा संस्थानों को अलर्ट मोड पर रहने संबंधित एडवाइजरी जारी कर दी है, जिससे किसी भी आकस्मिक स्थिति से तत्काल निपटा जा सके। वही, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि त्योहारों की खुशियां तभी सार्थक हैं जब हर नागरिक सुरक्षित और स्वस्थ हो। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दीपावली के दौरान आग, सड़क दुर्घटनाओं या अन्य आपातस्थितियों से निपटने के लिए चौबीसों घंटे स्वास्थ्य सेवाएँ तैयार रहें। इसके साथ ही सभी अस्पतालों, एम्बुलेंस सेवाओं और आपात चिकित्सा इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। विभाग ने पर्याप्त चिकित्सा कर्मियों की तैनाती, आवश्यक दवाओं और उपकरणों के भंडारण, ब्लड बैंक और बर्न यूनिट की पूर्ण कार्यशीलता सुनिश्चित की है। जनसुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हर जिले में व्यवस्था की सतत समीक्षा की जानी चाहिए।
उधर कुंभ 2027 में भीड़ नियंत्रण के लिए इस बार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का खूब इस्तेमाल होगा। भीड़ बढ़ते ही प्रशासन के पास सीधे अलर्ट आ जाएगा। आईओटी आधारित भीड़ घनत्व सेंसर के साथ ही संवेदनशील जगहों की जियो फेंसिंग भी होगी। हर बार कुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या बड़ी चुनौती है। 2010 के कुंभ में महाशिवरात्रि, फाल्गुन अमावस्या, मेष संक्रांति और चैत्र पूर्णिमा के शाही स्नान में 3.11 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे। इसके बाद अर्द्धकुंभ 2016 में इन चारों स्नान पर 72 लाख और कुंभ 2021 में कोविड के बावजूद 66.25 लाख श्रद्धालु पहुंचे। इस बार राज्य सरकार ने मुख्य स्नान पर 1.5 से दो करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया है। पूरे कुंभ के दौरान चार माह में 17 से 21 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है।
इधर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के एक वरिष्ठ अधिकारी कर्नल कमलेश सिंह बिष्ट ने अपने निजी मोबाइल की कॉल डेटा रिकॉर्ड (सीडीआर) को अवैध तरीके से निकाले जाने और उनके खिलाफ जासूसी व हत्या की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया है। कर्नल ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनकी सीडीआर अवांछनीय लोगों के पास होना देश की सुरक्षा के लिए भी चिंताजनक है। उन्होंने सीधे तौर पर सहकर्मी रहे सूबेदार अजनीश पर यह षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। इस पर रायपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। शिकायतकर्ता अधिकारी की नजर में यह मामला जितना गंभीर है, उनकी शिकायत पर जांच शुरू करने में पुलिस पर उतनी ही ढिलाई बरतने का आरोप है। ये शिकायत लगभग नौ महीने से जिला पुलिस और एसटीएफ के बीच चक्कर काट रही थी।