फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ः गूगल से फोटो, व्हाट्सएप पर रिश्ता और मीठी बातों में लाखों की ठगी! पुलिस जांच में हुए चौकाने वाले खुलासे, 22 युवतियां गिरफ्तार

Fake call center busted: A photo from Google, a relationship offer on WhatsApp, and sweet talk led to the deception of millions of rupees! Police investigation reveals shocking revelations, with 22 y

नई दिल्ली। मायपार्टनर इंडिया और यूनीक रिश्ते जैसी वेबसाइट्स के नाम पर लोगों को शादी और दोस्ती का झांसा देकर ठगने वाले गिरोह का ग्वालियर पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस दौरान पुलिस ने गिरोह की 20 युवतियों को पकड़ा है और 2 महिला मैनेजरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच में आरोपियों ने ठगी के जिस तरीके मॉडस ऑपरेंडी का खुलासा किया, वह चौंकाने वाला है। गिरोह mypartnerindia.com और uniquerishtey.com नाम से वेबसाइट चलाता था। जैसे ही कोई इंटरनेट यूजर वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करता, उसकी डिटेल कॉल सेंटर पहुंच जाती थी। इसके बाद कर्मचारी गूगल से किसी भी सुंदर लड़की का फोटो डाउनलोड कर ग्राहक की जाति और उम्र के हिसाब से उसे व्हाट्सएप पर भेजते थे। लड़की पसंद आने पर ग्राहक की प्रोफाइल के हिसाब से उससे मोटी मेंबरशिप फीस वसूली जाती थी। पैसे मिलते ही कॉल सेंटर की युवतियां ही वह भावी दुल्हन बनकर ग्राहक से मीठी-मीठी बातें करती थीं ताकि वह और सर्विस के नाम पर पैसे देता रहे।

मामले में एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव और एएसपी सुमन गुर्जर के निर्देश पर क्राइम ब्रांच की दो टीमों ने मयूर प्लाजा और द्वारिकाधीश मंदिर के पास एक साथ कार्रवाई की। एक सेंटर पर 13 और दूसरे पर 7 युवतियां चैटिंग और कॉल के जरिए ग्राहकों को फांसती मिलीं। पुलिस ने मौके से राखी गौड़, सीता उर्फ शीतल चौहान को गिरफ्तार किया है। गिरोह का मुख्य सरगना तिलेश्वर पटेल फिलहाल फरार है। वही डाटा और वेबसाइट मैनेज करता था। जांच में पता चला है कि इस गैंग ने देशभर के करीब 1500 लोगों को ठगी का शिकार बनाया। इनकी कमाई प्रति सेंटर 2.5 लाख से 3 लाख रुपए महीना थी। युवतियों को 5000 हजार रुपए सैलरी के अलावा टारगेट पूरा करने पर बोनस दिया जाता था। युवतियां शादी का रिश्ता जोड़ने के नाम पर पहले मेंबरशिप फीस लेती थीं और फिर होने वाली दुल्हन से बात कराने के नाम पर अलग से पैसे वसूलती थीं। जबकि खुद ही आवाज और पहचान बदलकर बात करती थीं।