Chandra Grahan: भारत में कल 7 सितंबर को लगेगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण! 100 साल बाद बन रहा पितृ पक्ष का संयोग, जानें क्या रहेगी सूतक काल की टाइमिंग?

नई दिल्ली। कल 7 सितंबर को भारत में साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण देश के सभी राज्यों में भी दिखाई देगा। वैसे तो चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, लेकिन इसे ज्योतिर्विदों के नजरिए से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। खास बात यह है कि इस बार के चंद्र ग्रहण पर 100 साल बाद पितृ पक्ष का संयोग बन रहा है। जानकारों की मानें तो इस बार लगने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जो कि शनि की राशि कुंभ और गुरु के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद में लगने जा रहा है। ज्योतिष के नजरिए से 7 सितंबर यानी कल लगने वाला चंद्र ग्रहण बहुत ही खतरनाक माना जा रहा है क्योंकि जब भी चंद्र ग्रहण लगता है तो उसका प्रभाव देश-दुनिया पर 3 महीने पहले और 3 महीने बाद तक दिखाई देता है। बताया जा रहा है कि 7 सितंबर की रात लगने वाला चंद्र ग्रहण पूरे भारत में दृश्यमान होगा। वैसे तो 7 सितंबर यानी कल रात 8 बजकर 59 मिनट से चांद पर हल्की छाया पड़नी शुरू हो जाएगी। इसे चंद्र ग्रहण का पेनब्रा स्टेज कहा जाता है। लेकिन सूतक काल इसके हिसाब से नहीं बल्कि गहरी छाया पड़ने के 9 घंटे पहले ही माना जाता है। चंद्र ग्रहण का आरंभ 7 सितंबर की रात 9 बजकर 58 मिनट से होगा और इस ग्रहण का समापन 8 सितंबर की आधी रात 1 बजकर 26 मिनट पर होगा। अगर ग्रहण के सबसे महत्वपूर्ण और पीक टाइमिंग की बात की जाए तो ये रात 11 बजकर 42 मिनट पर अपने चरम पर होगा। यानी भारत में संपूर्ण ग्रहण काल की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट की रहेगी। 7 सितंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण चूंकि रात 9 बजकर 58 मिनट पर लग रहा है इसलिए इसका सूतक काल 9 घंटे पहले यानी की दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से लग जाएगा। यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, फिजी और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों में भी दिखेगा।