उत्तराखण्डः आपदा के जख्म! जुड़वां बेटों को अपनी बाहों में लिए मलबे में दफन मिली मां, मंजर देख बिलख उठा पूरा गांव! लोग बोले- हे भगवान ये क्या...

देहरादून। उत्तराखण्ड के चमोली में पिछले दिनों आई आपदा ने न केवल भारी तबाही मचाई, बल्कि जान-माल का भी भारी नुकसान किया है। यहां नंदानगर के कुंतरी लगा फाली गांव में तबाही के चलते कई लोग अपने घरों में ही दफन हो गए। इसी आपदा के दौरान मलबे में दबने से दो जुड़वा बच्चों और उनकी मां की भी मौत हो गई। शुक्रवार को जब रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था तब एक दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई, जिसने पूरे गांव को गम में डुबो दिया। रेस्क्यू के दौरान 38 साल की कांता देवी अपने 10 साल के जुड़वां बेटों को दोनों बांहों में लिए मलबे के नीचे दबी मिलीं। ऐसा लग रहा था जैसे आखिरी सांस तक वह अपने बच्चों को बचाने की कोशिश करती रहीं। जानकारी के अनुसार दस वर्षीय विकास और विशाल कक्षा 4 में पढ़ते थे। बुधवार को जब आपदा आई तो कांता देवी, कुंवर सिंह अपने जुड़वा बच्चों के साथ घर में थे। इसी दौरान अचानक आई बाढ़ से सभी घर के अंदर फंस गए। रेस्क्यू टीम ने 42 वर्षीय कुंवर सिंह को तो 16 घंटे बाद मलबे से जीवित निकाल लिया था, लेकिन उनके जुड़वा बच्चे और पत्नी कांता देवी की मौत हो गई। शुक्रवार को कांता देवी और उनके बेटों के शव मिले। जब शवों को बाहर निकाला गया, तो पूरा इलाका शोक में डूब गया। बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले में बारिश से तबाह हुए गांवों से शुक्रवार को पांच और शव मिले। इसके साथ ही इलाके में भूस्खलन और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है।