उत्तराखण्डः पंचायत चुनाव को अगस्त माह के बाद कराए जाने को लेकर दायर याचिका पर हुई सुनवाई! वीसी के माध्यम से पेश हुए पंचायतीराज सचिव और डीजीपी

नैनीताल। मॉनसून के दौरान प्रदेश के 12 जिलों में होने वाले पंचायत चुनाव को अगस्त माह के बाद कराए जाने को लेकर दायर जनहित याचिका पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान प्रदेश के डीजीपी व सचिव पंचायती राज ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश होकर कोर्ट को स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि हमारे द्वारा पुलिस की उचित व्यवस्था की गई है। साथ ही कहा कि 23 तारीख तक कावड़ यात्रा की पहले भीड़ छठ जाएगी और दूसरे चरण का मतदान जो 28 जुलाई को है इसका कोई व्यापक प्रभाव नहीं पड़ेगा। कावड़ मेले के दौरान अत्यधिक भीड़ की संभावना पौड़ी, देहरादून और हरिद्वार जिले में है और यहां के लिए पर्याप्त फोर्स का इंतजाम किया है। सचिव पंचायती राज द्वारा कोर्ट को अवगत कराया गया है कि उनके द्वारा चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
वहीं कावड़ मेले को लेकर हाईकोर्ट के पुलिस प्रशासन से कुछ सवाल थे, जिसके जवाब में पूछा गया था कि कावड़ मेले के दौरान तेज आवाज में डीजे का प्रयोग किया जा रहा है तो वहीं हिंसा और दुकानों को तोड़ने आदि मामले सामने आए हैं, जिन पर क्या कार्रवाई की गई है। जिस पर डीजीपी द्वारा अवगत कराया गया कि ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई की गई है और आगे सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस तरह की कोई घटना न हो। बता दें कि देहरादून निवासी बैजनाथ द्वारा उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर कर कहा था कि मानसून सीजन के साथ कावड़ मेला चल रहा है। जिसके मद्देनजर इस समय राज्य में पंचायती चुनाव नहीं कराए जाएं। क्योंकि मानसून सीजन में प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन का खतरा रहता है।