उत्तराखण्डः चंपावत के कई गांवों में गुलदार का आतंक! प्रशासन की लापरवाही पर चढ़ा ग्रामीणों का पारा, हाईवे पर किया जोरदार धरना प्रदर्शन
चंपावत। चंपावत से जुड़े कई क्षेत्रों में गुलदार का आतंक बदस्तूर जारी है। आए दिन गुलदार द्वारा लोगों पर हमला किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। आलम यह है कि लोग घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग के अधिकारियों को मामले से कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन संबंधित अधिकारी और कर्मचारी समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
आतंक का पर्याय बने गुलदार को नरभक्षी घोषित करने और पकड़ने समेत तमाम मांगों को लेकर चंपावत के धूरा, जौल और सियाला गांव के ग्रामीणों ने आज एनएच 09 पर सुखीढांग गेस्ट हाउस के पास जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाधिकारी को लिखे पत्र में ग्रामीणों ने कहा कि एनएच-09 पर विगत 16 माह से गुलदार का आतंक बना हुआ है।
क्षेत्र में आए दिन गुलदार राहगीरों, दो पहिया बाइक सवार आदि पर हमला कर रहा है। कहा कि अबतक गुलदार ने दो दर्जन लोगों पर हमला कर उन्हें घायल किया है। कहा कि शासन-प्रशासन को कई बार अवगत कराने के बाद भी वन विभाग लापरवाह बना हुआ है, जिसके चलते लोगों में भय का माहौल व्याप्त है। कहा गया कि वन क्षेत्राधिकारी एवं प्रभागीय वनाधिकारी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
ग्रामीणों ने बाघ को नरभक्षी घोषित करने, टनकपुर-पिथौरागढ़ एनएच में लगातार पेट्रोलिंग करने, गैर जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों का स्थानांतरण करने की मांग उठाई। चेताया गया कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया जायेगा, जिसकी जिम्मेदारी वन विभाग की होगी।