उत्तराखंड: केदारनाथ धाम में आपदा के बाद पहली बार शुरू हुई गंगा आरती! पुनर्निर्माण कार्य बने आकर्षण का केंद्र

उत्तराखंड। केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। जिसके बाद बड़ी तादाद में श्रद्धालु बाबा केदार के धाम पहुंच रहे हैं। केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत किए जा रहे पुनर्निर्माण कार्यों से श्रद्धालुओं एवं स्थानीय व्यापारियां और तीर्थ पुरोहितों को काफी लाभ मिल रहा है। इनमें संगम घाट, सरस्वती नदी में बने नये डिजाइन के पुल के साथ ही तीर्थ पुरोहितों के लिए मंदाकिनी नदी साइड दुकानें तैयार की जा रही हैं। इसके अलावा अराइवल प्लाजा का कार्य किया जा चुका है, जिसमें बैठकर तीर्थयात्री सेल्फी प्वाइंट का मजा ले रहे हैं। वहीं केदारपुरी में आपदा के बाद पहली बार गंगा आरती शुरू हुई।
तेजी से किए जा रहे पुनर्निर्माण कार्य: गौर हो कि साल 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद से धाम में पुनर्निर्माण के कार्य जारी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत किए जा रहे विकास कार्यों से केदारपुरी की सुंदरता में चार चांद लग रहे हैं, जबकि तीर्थयात्रियों को भी काफी सुविधाएं मिल रही हैं। धाम में पहले श्रद्धालुओं के स्नान करने के लिए कोई स्थान नहीं था, लेकिन अब सरस्वती-मंदाकिनी नदी में संगम घाट का निर्माण किया गया है. देश-विदेश के तीर्थयात्री संगम घाट में स्नान करने के बाद बाबा केदार के दर्शनों के लिए निकल रहे हैं, जबकि संगम का जल अपने घर लेकर भी जा रहे हैं। संगम घाट का निर्माण 15 करोड़ की लागत से हुआ है। इसके अलावा सरस्वती नदी पर नये डिजाइन का पुल बनाया गया है. यह बेहद ही खूबसूरत तरीके से बनाया गया है। इस पुल के बनने के बाद तीर्थ यात्रियों को काफी राहत मिली है। 12 करोड़ की लागत से इस पुल को बनाया गया है, जो तीर्थयात्री को आकर्षित भी कर रहा है। धाम में वर्तमान समय में तीर्थ पुरोहितों के भवनों का निर्माण कार्य जारी है। 64 भवनों में 15 तीर्थ पुरोहितों के भवन बन गए हैं, जबकि पांच बनकर तैयार होने को हैं। इसके अलावा कमान सेंटर, अस्पताल का निर्माण कार्य भी हो चुका है। अस्पताल में चिकित्सकों के लिए रहने की समुचित व्यवस्था हो रही है, जबकि गरुड़चट्टी को जोड़ने वाले पुल का सौंदर्यीकरण कर सुरक्षित किया गया है। प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत मंदाकिनी नदी की तरफ 11 भवनों का कार्य 95 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। ये ट्रिपल स्टोरी भवन बन रहे हैं, जिनके निचले तल में दुकानें बनाई गई हैं। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा। धाम में अराइवल प्लाजा भी तीर्थयात्रियों को आराम देने का काम कर रहा है। यहां श्रद्धालु कुछ देर बैठकर थकान मिटा रहे हैं,जबकि सेल्फी का भी आनंद ले रहे हैं। धाम में सरस्वती और मंदाकिनी नदी की ओर शौचालयों का निर्माण कार्य भी चल रहा है। मास्टर प्लान के तहत सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य जून माह तक पूरा हो जाएगा। केदारनाथ धाम में बीते दिन से गंगा आरती भी शुरू हो गई है। जिला प्रशासन के सहयोग से तीर्थ पुरोहितों ने गंगा आरती का आयोजन किया। केदारनाथ धाम में मन्दाकिनी-सरस्वती के संगम घाट का निर्माण किया गया है। केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि गंगा आरती का आयोजन होने से तीर्थ यात्रियों में खुशी देखने को मिल रही है। केदारनाथ आपदा के बाद ऐसा पहली बार हुआ है,जब धाम में गंगा आरती शुरू हुई है।