फिर चर्चाओं में उर्फी जावेदः लिप फिलर हटाने के बाद होंठों का हुआ बुरा हाल! वीडियो देख हर कोई हैरान, जानें फायदे और नुकसान

Urfi Javed in the news again: Lips are in bad shape after removing lip filler! Everyone is shocked after watching the video, know the advantages and disadvantages

नई दिल्ली। अपने बोल्ड फैशन को लेकर पहचानी जाने वाली उर्फी जावेद एक बार फिर खासी सुर्खियों में हैं। इस बार वजह उनकी ड्रेस या बेबाकी नहीं है, बल्कि कुछ और है। उर्फी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान हैं। दरअसल उन्होंने अपने लिप फिलर्स को डिसॉल्व करने का वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्हें काफी दर्द झेलना पड़ा और उनके फेस पर सूजन भी आ गई। अक्सर देखा जाता है कि सेलेब्स अपनी प्लास्टिक सर्जरी, बोटोक्स और फेस फिलर्स के लिए ट्रोल होते हैं वहीं इनके बारे में खुलकर बात नहीं करते। लेकिन फैंस उर्फी जावेद की इस तरह का वीडियो शेयर करने के लिए तारीफों के पुल बांध रहे हैं। उर्फी जावेद ने वीडियो शेयर किया और कैप्शन में लिखा, नहीं यह कोई फिल्टर नहीं है। मैने फिलर्स डिजॉल्व करवाने का फैसला ले लिया है, क्योंकि यह काफी मिसप्लेस्ड हो गए थे। मैं फिलर्स दोबारा लुंगी लेकिन नेचुरली। मैं फिलर्स के लिए बिल्कुल भी मना नहीं कर रही हूं। डिटॉल्व करवाना दर्दभरा है। लिप फिलर्स डिजॉल्विंग प्रोसीजर में साफ देखा जा सकता है कि उर्फी के होंठ कितने सूज गए हैं। पिछली बार जब फिलर्स को लेकर उर्फी ने वीडियो शेयर किया था तो बताया था, मैं जब 18 साल की थी तब से लिप फिलर्स करवा रही हूं, मेरे पास तब इतने पैसे नहीं थे लेकिन मेरे होंठ बहुत पतले थे और मुझे बड़े फुलर लिप्स चाहिए थे। उर्फी ने इस बात का भी जिक्र किया था कि लिप फिलर्स डिजॉल्व करवाना बेहद दर्दभरा होता है। उन्होंने लोगों को भी यही सलाह दी कि अगर वे लिप फिलर्स करवाना चाहते हैं तो पहले अच्छी तरह से जांच परख कर लें और एक सही एक्सपीरियंस्ड डॉक्टर के पास ही जाएं। 

लिप फिलर अच्छा है या बुरा

लिप फिलर्स यूं तो सेफ होते हैं बस इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि इन्हें अच्छे क्लीनिक से करवाया जाए। लिप फिलर्स के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे होंठों का जरूरत से ज्यादा सूज जाना, निशान पड़ जाना, इंजेक्शन की वजह से होंठ पहले से कही ज्यादा सेंसिटिव हो जाना, दर्द होना और होंठों का लाल पड़ना।
अगर फिलर्स जरूरत से ज्यादा डाल दिए जाएं तो होंठों की शेप नेचुरल से कही ज्यादा बड़ी दिख सकती है।
फिलर्स कई बार यहां से वहां मूव करने लगते हैं जिससे होंठों की शेप टेढ़ी नजर आती है।
फिलर्स करवाने के बाद इंफेक्शन (Lip Infection) का रिस्क रहता है। इंफेक्शन फंगल, वायरल या बैक्टीरियल हो सकता है।
इसके साइड इफेक्ट्स में धमनियों का ब्लॉक हो जाना, स्किन की रंगत का बिगड़ना, होंठों पर छाले निकलना, टिशू डैमेज होना और लंप्स बनना शामिल है।