यूपी की लुटेरी दुल्हन: एक महिला और चार शादी,दो दरोगा और दो बैंक मैनेजेरों संग लिए फेरे
उत्तर प्रदेश से लुटेरी दुल्हन की हैरान करने वाली कहानी सामने आई है। कानपुर जिले के ग्वालटोली थाना पुलिस ने शादी के नाम पर ठगी करने की आरोपी मेरठ की बड़ा मवाना निवासी दिव्यांशी को सोमवार की दोपहर गिरफ्तार कर लिया है। उसके बैंक खातों में करोड़ों रुपये होने का अनुमान है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में आरोपी महिला ने दो बैंक अधिकारियों समेत 10 से अधिक लोगों को जाल फंसाकर रकम वसूली है।
आरोपी के खिलाफ थाने में तैनात रहे दरोगा आदित्य कुमार लोचव ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस मंगलवार को आरोपी महिला को कोर्ट में पेश कर सकती है। बुलंदशहर के बीबीनगर में रहने वाले आदित्य कुमार ने 17 फरवरी 2024 को मेरठ के बड़ा मवाना निवासी दिव्यांशी चौधरी से धूमधाम से विवाह किया था। आदित्य का आरोप था कि शादी के बाद से दिव्यांशी ससुराल में नहीं रुकती थी। वह मायके में रहकर बीएड और सीटेट की तैयारी की बात कहती थी। उनसे ऑनलाइन रुपये मंगवाया करती थी लेकिन ससुराल आने पर अपने सारे यूपीआई एप डिलीट कर देती थी। दरोगा के मुताबिक, शादी के चार महीने बाद वह घर गए थे। दिव्यांशी भी मौजूद थी। उन्होंने उसके हाथ से मोबाइल ले लिया। इस पर वह सकपका गई। उसके मोबाइल पर यूपीआई के सारे एप डिलीट थे। इसके बाद धीरे-धीरे राज खुलता चला गया।
ग्वालटोली इंस्पेक्टर संतोष गौड़ ने बताया कि शुरुआत में आरोपी के खिलाफ कोई ठोस सुबूत नहीं मिले थे लेकिन फिर साक्ष्य मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के पास जो साक्ष्य हैं उसके मुताबिक आरोपी महिला ने दो बैंक मैनेजर, दो पुलिस कर्मियों से शादी कर चुकी है। सभी पर आरोप लगाकर उनसे मोटी रकम वसूली है। डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसको मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी के तरीके के आधार पर उसको लुटेरी दुल्हन की संज्ञा दी गई। वह पहले रीति रिवाज से शादी करती है और दुष्कर्म का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करा देती थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद उससे वसूली करती थी।पिछले साल 25 नवंबर को कमिश्नरी कार्यालय में दिव्यांशी ने हाईवोल्टेज ड्रामा कर पति आदित्य पर परेशान करने और 14.50 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया था। उसने कहा था कि पति के कई महिलाओं से संबंध हैं। वह सोशल मीडिया पर दोस्ती कर युवतियों को अपने जाल में फंसाता है फिर उसकी वीडियो और फोटो के दम पर ब्लैकमेल करता है। तत्कालीन पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने एडीसीपी महिला अपराध से मामले की जांच कराई थी।