आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाशः दो डॉक्टर समेत सात गिरफ्तार! 2,900 किलो विस्फोटक और हथियार बरामद, जानें क्या है व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क
नई दिल्ली। आतंकवाद के खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान जैश-ए-मोहम्मद और अंसर गजवात-उल-हिंद से जुड़े एक अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय आतंक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई के तहत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो डॉक्टर भी शामिल हैं। इनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। खबरों के मुताबिक पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और करीब 2,900 किलोग्राम आईईडी बनाने का सामग्री बरामद किया है। जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह ऑपरेशन अंजाम दिया गया। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में फरीदाबाद के डॉक्टर मुअज़मिल अहमद गनई और कुलगाम निवासी डॉक्टर आदिल शामिल है। जांच में सामने आया है कि ये लोग विदेशी हैंडलरों के संपर्क में थे और सोशल और एजुकेशनल नेटवर्क्स के जरिए फंड जुटा रहे थे। पुलिस ने बताया कि यह ‘व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क’ था जिसमें कुछ प्रोफेशनल्स और छात्र आतंकियों से जुड़े हुए थे। वो एन्क्रिप्टेड चैनलों के माध्यम से विचारधारा फैलाने, फंड मूवमेंट और हथियारों की सप्लाई का समन्वय कर रहे थे। 19 अक्तूबर को श्रीनगर के बुनपोरा नौगाम इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर मिलने के बाद मामला दर्ज हुआ था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह नेटवर्क न केवल घाटी बल्कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ है। गिरफ्तार सात लोगों की पहचान आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, यासिर-उल-अशरफ, मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद, मौलवी इरफान अहमद, जमीर अहमद अहांगर, डॉ. मुअज़मिल अहमद गनई और डॉक्टर आदिल के रूप में हुई है।