वंदे मातरम पर विशेष चर्चाः प्रियंका गांधी बोलीं- जितने साल से मोदी पीएम, उतने साल नेहरू जेल में रहे! मोदी जी अच्छा भाषण देते हैं लेकिन एक कमजोरी...
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर विशेष चर्चा हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर बहस की शुरुआत की। वंदे मातरम् को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी और जवाहर लाल नेहरू को एक बार फिर कटघरे में खड़ा किया। पीएम मोदी ने कहा कि वंदे मातरम् का स्मरण करना हम सबके लिए सौभाग्य की बात है, हम ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना ने लखनऊ से 15 अक्टूबर 1936 को वंदे मातरम् के खिलाफ नारा बुलंद किया था। इसको लेकर कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू को अपना सिंहासन डोलता दिखा था। बजाय इसके कि नेहरू मुस्लिम लीग के आधारहीन बयानों को करारा जबाब देते, उसकी निंदा करते, लेकिन उल्टा हुआ। उन्होंने वंदे मातरम् की ही जांच पड़ताल करना शुरू कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आपातकाल हमारे इतिहास का एक काला अध्याय था। अब हमारे पास वंदे मातरम् की महानता को पुनर्स्थापित करने का अवसर है। मेरा मानना है कि इस अवसर को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वंदे मातरम के पदों को भूलाने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि वो लोग वंदे मातरम को जिन्ना के चश्मे से देख रहे थे। वंदे मातरम की भूला दी गई वो पंक्तियां भारत की आत्मा की पंक्ति है। यह पंक्ति यह बताता है कि हमारे भारत का आध्यात्म तोड़ने का नहीं, जोड़ने का काम करता है।
इधर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी वंदे मातरम पर चर्चा में भाग लिया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में इसकी भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि संसद में इस समय ये चर्चा इसलिए कराई गई, क्योंकि आने वाले समय में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं। प्रियंका गांधी ने संसद में आगे कहा कि वंदे मातरम केवल भावना नहीं, बल्कि देश की आजादी की लड़ाई की ताकत और नैतिकता का प्रतीक है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने बहस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि संविधान सभा द्वारा स्वीकृत वंदे मातरम के स्वरूप पर सवाल उठाना रवींद्रनाथ टैगोर, महात्मा गांधी, मौलाना आजाद और भीमराव आंबेडकर जैसे महान नेताओं का अपमान है। प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री 12 साल से देश चला रहे हैं, और यह वही अवधि है जितने साल पंडित नेहरू ने आज़ादी की लड़ाई में जेल में बिताए थे। प्रियंका गांधी ने कहा कि यह कहने में कोई झिझक नहीं है कि प्रधानमंत्री थोड़ा लंबा भाषण देते हैं, लेकिन अच्छा भाषण देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि वह भाषण अच्छा देते हैं लेकिन तथ्यों के मामले में कमजोर पड़ जाते हैं। मैं तो नई-नई हूं, कलाकार तो हूं नहीं।