पंचायत चुनावः यूट्यूब में 1.28 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और फेसबुक पर 32 हजार फॉलोवर्स! फिर भी प्रधान पद पर पड़े मात्र 256 मत, फेमस यूट्यूबर की हार पर यूजर्स ने ली चुटकी

रुद्रप्रयाग। यूट्यूब पर एक लाख से अधिक फॉलोवर वाली ब्लॉगर दीपा नेगी को पंचायत चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। रुद्रप्रयाग जिले के घिमतोली निवासी ब्लॉगर दीपा नेगी को उन्हीं के गांव की जनता ने नकार दिया। यूट्यूब में उनका अकाउंट दीपा नेगी पहाड़ी के नाम से है। उनके ब्लॉग को बहुत पसंद किया जाता है, पर चुनाव और सोशल मीडिया के बीच के अंतर को जनता ने स्पष्ट कर दिया है। फेमस यूट्यूबर दीपा नेगी पहाड़ी ने जिले की ग्राम सभा स्वांरी-ग्वांस घिमतोली से ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा। उनकी प्रतिद्वंदी कविता देवी ने उन्हें परास्त किया। दीपा नेगी, जिनके यूट्यूब पर 1.28 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और फेसबुक पर 32 हजार फॉलोवर्स हैं। उन्हें चुनाव में मात्र 256 वोट मिले, जबकि कविता देवी को 480 मत पड़े और वे प्रधान पद पर निर्वाचित हुई।
चुनाव हारने के बाद दीपा नेगी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इसका कारण यह है कि यूजर्स उन्हें कई तरह के कमेंट कर रहे हैं। कोई उन्हें दोबारा मेहनत करने की सलाह दे रहा है तो कोई उनकी हार का मजाक भी बना रहा है। उनकी हार के बाद कई यूजर्स ने कहा कि सोशल मीडिया की दुनिया अलग होती है, जबकि वास्तविक जिंदगी अलग होती है। गांव की सरकार में दीपा को असफलता मिलने के बाद उनमें भी मायूसी देखने को मिल रही है। कुछ लोग दीपा नेगी की हार को उनके सोशल मीडिया फॉलोइंग से जोड़कर चुटकी ले रहे हैं। यह न केवल अनुचित है, बल्कि यह उस मेहनत और सेवाभाव का अपमान भी है जो दीपा नेगी ने सालों अपने फॉलोवर बनाने में की। लोकतंत्र में चुनाव में भागीदारी करना भी, लोकतंत्र को मजबूत करना है। उनके सोशल मीडिया फॉलोवर सिर्फ गांव से नहीं, बल्कि पूरे भारत से हैं। ग्राम पंचायत का नेतृत्व सोशल मीडिया नहीं, ज़मीन से जुड़ाव तय करता है। वहीं दीपा नेगी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, हे भगवान! अब इन लोगों को कौन समझाए कि अपने ही गांव से उठी थी तो अपने ही गांव से हारना था। सब्सक्राइबर के साथ थोड़ा उठी थी, जो इनके होते हुए हार गई। भगवान सद्बुद्धि दे आपको।