पहलगाम हमलाः सरकार का बड़ा फैसला! जम्मू-कश्मीर में 48 टूरिस्ट डेस्टिनेशन बंद, सीएम उमर अब्दुल्ला ने पर्यटकों से मांगी माफी

नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने प्रदेश में दर्जनों रिसॉर्ट और आधे से ज्यादा टूरिस्ट डेस्टिनेशन को बंद कर दिया है। शांत घाटियों और खूबसूरत पहाड़ों के लिए जाने जाने वाले केंद्र शासित प्रदेश में करीब 48 पर्यटन स्थल और ट्रैकिंग मार्गों को बंद कर दिया गया है। बडगाम में दूधपात्री और अनंतनाग में वेरीनाग जैसी कई टूरिस्ट प्लेस को भी लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। बता दें कि पर्यटन ही जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों की आय का एक बड़ा सोर्स है। हमले के बाद डरे हुए टूरिस्ट केंद्र शासित प्रदेश से भाग रहे हैं, जबकि कई यात्रियों ने अपनी यात्राएं रद्द कर दी हैं। एक हफ्ते पहले तक तो पहलगाम शहर में टूरिस्टों की संख्या काफी अच्छी थी। लेकिन अब धीरे-धीरे इस संख्या में भारी गिरावट आई है। स्थानीय लोगों को इस बात का भी डर सता रहा है कि पर्यटन में गिरावट के बाद उनकी इनकम पर काफी असर पड़ेगा। हालांकि स्थानीय लोगों ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन भी किए हैं और पीड़ितों के साथ अपनी एकजुटता दिखाई है।
जम्मू-कश्मीर के सीएम ने जताया दुख
जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पेशल सेशल में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि कश्मीर के लोग निर्दोष लोगों की हत्या के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं और लोगों को अलग-थलग करने वाली किसी भी गलत कार्रवाई से बचना चाहिए। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि दो दशक से ज्यादा समय में यह पहली बार है कि जम्मू-कश्मीर के लोग किसी आतंकवादी हमले के विरोध में इतनी बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे हैं। जम्मू-कश्मीर सीएम ने कहा कि कठुआ से लेकर कुपवाड़ा तक ऐसा कोई शहर या गांव नहीं है जहां लोगों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन न किया हो। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ितों से माफी मांगने के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं। सीएम अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि वह इस मौके पर केंद्र सरकार से पूर्ण राज्य की मांग भी नहीं करेंगे। उनकी राजनीति इतनी सस्ती नहीं है।