ऑपरेशन सिंदूरः भारत का एक्शन नपा-तुला और जिम्मेदारी भरा! कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका और विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने की प्रेस ब्रीफिंग

नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारत ने पाकिस्तान पर बड़ी एयर स्ट्राइक की है। खबरों के मुताबिक भारत ने पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद समेत 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल से तबाह कर दिया है। हमले के बाद से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। भारत ने मुजफ्फराबाद, कोटली और बहावलपुर में आतंकी ठिकानों पर बड़ा मिसाइल हमला किया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में करीब 90 आतंकियों को मारा गया है। भारत सरकार ने अपने बयान में कहा है कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया है, जहां से भारत पर आतंकी हमलों का प्लान बनाया गया था। वहीं दूसरी तरफ, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के द्वारा की गई एयरस्ट्राइक को ‘कायराना’ बताया है।
इधर पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक करने के बाद भारतीय सेना प्रेस ब्रीफिंग की। इस दौरान भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पहलगाम हमला स्पष्ट रूप से जम्मू-कश्मीर में बहाल हो रही स्थिति को प्रभावित करने के लिए किया गया था। पिछले साल सवा दो करोड़ से ज्यादा पर्यटक कश्मीर आए थे। हमले का तरीका जम्मू-कश्मीर और शेष राष्ट्र में सांप्रदायिक दंगे भड़काने था, लेकिन इसको भारत सरकार और देश के नागरिकों ने विफल कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने सीमा पार हमलों का जवाब देने, रोकने और प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है। भारत का एक्शन नपातुला, जिम्मेदारी भरा और गैर-उकसावे वाला है। आयोजकों और फाइनेंसरों को जवाबदेह ठहराने का प्रयास था। भारत की कार्रवाई को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
वहीं कर्नल सोफिया कुरेशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में एयरस्ट्राइक की जानकारी दी। कर्नल सोफिया कुरेशी ने कहा कि मासूम पर्यटकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया। पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेटर इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और पीओके दोनों में फैले हैं। कर्नल सोफिया ने कहा कि 9 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया और ध्वस्त किया गया। पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान ने व्यवस्थित तरीके से आतंकी ढांचे का निर्माण किया, जो आतंकी कैंपों और लॉन्चपैड्स के लिए पनाहगाह रहा है। उत्तर में सवाई नाला और दक्षिण में बहावलपुर में स्थित मशहूर प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया।