नया विवादः गाय के साथ बकरीद की पोस्ट कर फंसी आरफा खानम! सोशल मीडिया पर गिरफ्तारी की मांग, माफी मांगने पर बोले लोग- ये वहीं आरफा है जिसे नूपुर शर्मा की माफी नहीं गिरफ्तारी चाहिए थी...

New controversy: Arfa Khanum got into trouble after posting about Bakrid with a cow! Demand for arrest on social media, on apology people said- this is the same Arfa who wanted arrest and not Nupur S

नई दिल्ली। सोशल एक्टिविस्ट और वकील आरफा खानम एक बार फिर सुर्खियों में है। बकरीद के मौके पर उनके द्वारा सोशल मीडिया के जरिए दी गई शुभकामना संदेश को लेकर खासा हंगामा मचा हुआ है और वह विवादों में फंसती हुई नजर आ रही है। दरअसल शनिवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर बकरीद की मुबारकबाद देते हुए गाय की एक तस्वीर पोस्ट कर दी, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो गईं। पोस्ट वायरल होते ही सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की मांग उठने लगी। हालांकि विवाद बढ़ते देख उन्होंने पोस्ट डिलीट कर माफी मागते हुए वीडियो जारी किया है। लेकिन लोग उनकी गिरफ्तारी की मांग उठा रहे हैं, लोगों का कहना है कि ये वही आरफा खानम है जिन्हें नूपुर शर्मा की माफी नहीं गिरफ्तारी चाहिए थी। और आज किस मुंह से अपने लिए माफी मांग रही हैं। 

बता दें कि आरफा खानम द्वारा बकरीद पर शेयर की गई पोस्ट में एक मुस्लिम लड़का गाय को ले जाता हुआ नजर आ रहा था। इस दृश्य को बकरीद की शुभकामना के साथ साझा किया गया था, जिसे लोगों ने हिंदू भावनाओं पर चोट के रूप में देखा। हांलाकि यह पोस्ट अब डिलीट हो चुकी है, लेकिन उसके स्क्रीनशॉट वायरल हो चुके हैं और सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। यूज़र्स ने इस पोस्ट की तुलना हाल ही में हुए शर्मिष्ठा केस से की, जिसमें एक युवती को धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अब लोग सवाल कर रहे हैं कि यदि शर्मिष्ठा को जेल भेजा जा सकता है तो आरफा खानम को क्यों नहीं? एक यूज़र ने लिखा कि धर्म की आड़ में नफरत फैलाने वालों पर सख्ती जरूरी है, चाहे वो किसी भी पार्टी या समुदाय से हों। 

इधर विवाद बढ़ने के बाद आरफा खानम ने सोशल मीडिया पर एक माफीनामा वीडियो जारी किया। उन्होंने कहा कि ‘मेरा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। जैसे ही मुझे मेरी गलती का एहसास हुआ, मैंने पोस्ट हटा दी। मैं सभी धर्मों और मान्यताओं का सम्मान करती हूं। आइए हम सब मिलकर शांति और सौहार्द को बढ़ावा दें।’