नैनीताल:भीमताल में बंदरों का आतंक, व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने उठाई कार्रवाई की मांग

उत्तराखंड के नैनीताल जिले के भीमताल क्षेत्र में बंदरों के आतंक ने आम जनता के लिए असुविधाएँ उत्पन्न कर दी हैं। हाल ही में पद्मश्री डॉ. यशोधर मठपाल जी को भी बंदरों के हमले का सामना करना पड़ा है। बंदर फल, फूल, और पौधों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे स्थानीय कृषि और पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
अखिलेश सेमवाल
*मांगें*
प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अखिलेश सेमवाल ने जिलाधिकारी से बंदरों के आतंक से निजात पाने के लिए कुछ मांगें की हैं ।
- *बंदरों की नसबंदी*: बंदरों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए चालू या नए नसबंदी कार्यक्रम को शीघ्र प्रभावी बनाया जाए।
- *विद्युत फेंसिंग*: संवेदनशील इलाकों में सौर ऊर्जा आधारित विद्युत फेंसिंग लगाकर बंदरों को किसानों और ग्रामीणों से दूर रखा जाए।
- *बंदरों का ट्रांसलोकेशन*: बंदरों का सुरक्षित पकड़कर अन्य उपयुक्त वन क्षेत्रों में ट्रांसलोकेशन किया जाए।
- *जनजागरूकता कार्यक्रम*: आम जनता के लिए जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर बंदरों से बचाव के उचित उपाय बताये जाएं।
- *दीर्घकालिक समाधान*: वन विभाग तथा स्थानीय प्रशासन के सहयोग से इस समस्या का दीर्घकालिक समाधान निकाला जाए।
अखिलेश सेमवाल ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि वे इस विषय को प्राथमिकता देते हुए आवश्यक कार्रवाई करें और उन्हें अपनी योजना से अवगत कराएं।