नैनीतालः हत्या या आत्महत्या! ग्राफिक ऐरा में छात्रा की संदिग्ध मौत पर परिजनों ने उठाए सवाल, रैगिंग की कही बात, कॉलेज प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप

नैनीताल। भीमताल स्थित ग्राफिक ऐरा हिल यूनिवर्सिटी के छात्रावास में छात्रा की संदिग्ध मौत के मामले में परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों के मुताबिक छात्रा रैगिंग से परेशान थी और इसको लेकर उसने परिजनों से भी बात की थी। यही नहीं परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन पर सही जानकारी न देते हुए बार-बार बयान बदलने के आरोप भी लगाए हैं। परिजनों के मुताबिक कॉलेज प्रबंधन द्वारा छात्रावास के बाहर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से भी छेड़छाड़ की गयी है। बता दें कि इस मामले को लेकर कुछ प्रतिष्ठित समाचार पोर्टलों ने छात्रा के किराए के कमरे में रहने की बात कही है, जबकि परिजनों का कहना है कि छात्रा ग्राफिक ऐरा के छात्रावास में रहती थी।
जानकारी के मुताबिक वेदनाथपुरम, लखनऊ निवासी 18 वर्षीय वैश्वी तोमर पुत्री राम कृष्ण सिंह तोमर भीमताल स्थित ग्राफिक ऐरा में बीसीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। बुधवार को छात्रा का शव कमरे में लटका मिला। आनन-फानन में उसे सीएचसी लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में वैश्वी के पिता राम कृष्ण तोमर और अन्य परिजनों ने कॉलेज प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं। उनके मुताबिक वैश्वी रैगिंग से परेशान थी, जिसके बारे में उसने परिजनों से भी बात की थी। पिता ने बताया कि घटना से पहले दिन बेटी ने फोन पर सारी बात बताई थी, जिसके बाद उन्होंने उसे समझाया था। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के कई घंटों बाद उन्हें जानकारी दी गयी और बताया गया कि बेटी बीमार है। उनका आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन द्वारा उन्हें सहयोग नहीं किया जा रहा है और बार-बार बयान बदले जा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बेटी को न्याय दिलाया जाए, ताकि और किसी के साथ ऐसा न हो। फिलहाल घटना और परिजनों की बातों से ग्राफिक ऐरा प्रबंधन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। इधर इस मामले में परिजनों द्वारा भीमताल पुलिस को एक शिकायती पत्र भी सौंपा गया है, जिसमें बेटी को न्याय दिलाने की गुहार लगाई गयी है।