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खौफनाकः अयोध्या में तेज धमाके से मकान चकनाचूर! तीन बच्चों सहित पांच की मौत, बिखर गई मकान की एक-एक ईंट

Horrifying: A powerful explosion in Ayodhya shatters a house! Five people, including three children, are dead, and every brick of the house is shattered.

अयोध्या। यूपी के अयोध्या में गुरूवार देर रात हुए हादसे ने हर किसी को हिलाकर रख दिया। यहां हनुमत नगर में तेज धमाके के साथ मकान गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें तीन बच्चे, उनके पिता और एक मजदूर शामिल हैं। पटाखा या रसोई गैस सिलिंडर से धमाके की आशंका जताते हुए पुलिस जांच में जुटी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें, शोकाकुल परिवारों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।

जानकारी के मुताबिक पूरा कलंदर क्षेत्र के पगलाभारी गांव में जोरदार धमाके की आवाज के साथ रामकुमार गुप्त उर्फ पारसनाथ का मकान गिर गया। वह मकान में आटा चक्की का भी संचालन करते थे। धमाके की आवाज सुनकर ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे। कुछ देर में एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी और सीओ अयोध्या भी पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। पुलिस टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू करते हुए मलबे में दबे गृह स्वामी रामकुमार गुप्त, उनकी 10 वर्षीय बेटी ईशा, 7 वर्षीय पुत्र लव, 5 वर्षीय यश के साथ ही मजदूर रामसजीवन को बाहर निकाला। सभी को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां पांचों घायलों में से चार को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। यश ने अस्पताल में ही दम तोड़ा। घटनास्थल पर रसोई गैस की बदबू आ रही थी। मौके से फटा हुआ कुकर और सिलिंडर भी मिला है। मलबे में कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका के चलते डॉग और बम स्वॉड के साथ देर रात 11 बजे तक जेसीबी की मदद से बचाव कार्य चलता रहा। इस बीच मलबे में कोई दबा नहीं मिला।

खबरों के अनुसार धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनी गई। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मकान की एक-एक ईंट बिखर गई। देर रात तक मलबे की तलाश में पुलिस की टीम डॉग स्कवायड की मदद से जुटी रही। घटना के बाद पूरे गांव में अफरातफरी की स्थिति रही। ग्रामीणों की भीड़ मौके पर देर रात तक डटी रही। पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी कैंप कर रखा है।