कातिल आंटीः बच्चियों की सुंदरता से चुभन, हत्या के बाद मिलता था सुकून! साइको किलर पूनम ने चार मासूमों को दी खौफनाक मौत, कहानी पढ़कर उड़ जायेंगे होश
नई दिल्ली। हरियाणा के पानीपत में मासूम बच्चों को मौत के घाट उतारने वाली साइको किलर पूनम की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। पूछताछ में साइको किलर पूनम ने जो खुलासे किए, उन्हें सुनकर पुलिस भी हैरान है। पूनम ने कबूल किया कि उसकी सबसे बड़ी समस्या सुंदर बच्चे थे। किसी मासूम बच्ची को थोड़ा भी प्यारा सा देखते ही उसके भीतर एक अजीब-सी चुभन उठती थी। उसे लगता था कि परिवार में कोई उससे अधिक आकर्षक नहीं दिखना चाहिए। यह जलन धीरे-धीरे दिमागी विकृति में बदल गई और फिर उसने मौत का खौफनाक खेल खेलने का फैसला कर लिया। खबरों के मुताबिक 2023 में सोनीपत के बोहड़ गांव में खेलते-खेलते ननद की छोटी बेटी पूनम के पास चली आई। पूनम ने उसे प्यार से बहलाया और बाथरूम में ले गई। इसके बाद उसने बच्ची को पानी में डुबो दिया। इसके बाद बच्ची को तड़पता छोड़कर पूनम ने दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। परिवार को यह सब हादसा लगा। इस वारदात के बाद पूनम को इस बात का डर सताने लगा कि कहीं किसी को उसपर शक न हो जाए। तभी पूनम ने अपने दिमाग में एक और खौफनाक साजिश रची और अपने तीन साल के बेटे शुभम को भी पानी में डुबोकर मार डाला।
इसके बाद 2025 में मायके जाने के बाद पूनम की कातिल निगाह एक और मासूम पर पड़ गई। उसे अपने भाई की 10 साल की बेटी जिया की सुंदरता से जलन होने लगी। इसके बाद उसने जिया को भी पानी के हौद में डुबोकर मार डाला। परिवार को लगा कि बच्ची फिसलकर गिर गई। पूनम की मां भी उसकी ढाल बन गईं और मामला फिर हादसा मान लिया गया। इसके बाद अभी हाल ही में 1 दिसंबर 2025 को पूनम ने अपनी जेठानी की छह साल की बेटी विधि को पानी से भरे एक टब में डुबोकर मार डाला। इस तरह पूनम ने एक के बाद एक चार मासूमों को मौत के घाट उतार दिया, लेकिन इस बार पूनम बच नहीं पाई और पुलिस ने उसका कातिल चेहरा जगजाहिर कर दिया। विधि की मौत के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी खंगाले। तभी पूनम शक के दायरे में आ गई। इसके बाद पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की। पूछताछ के 36 घंटे में ही वह टूट गई और चारों हत्याओं का खौफनाक सच उगल दिया। पूनम ने सबसे हैरान करने वाली बात जो पुलिस को बताई वो ये थी कि हर बार हत्या करने के बाद पूनम खुश हो जाती थी, जैसे कोई प्रतियोगिता जीत ली हो। यह प्रतिक्रिया किसी सामान्य इंसान की नहीं हो सकती। उसके भीतर नफरत और जलन इतनी गहरी हो चुकी थी कि मौत उसे संतोष देने लगी थी। उसे लगता था कि परिवार में कोई बच्चा उसके बच्चे से खूबसूरत नहीं रहना चाहिए।
पानीपत एसपी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में पूनम ने साफ कहा कि उसे सुंदर बच्चे बर्दाश्त नहीं होते थे। उसके अंदर ऐसी जलन उठती थी जिसे वो रोक नहीं पाती थी। यही विकृति उसकी हत्याओं का आधार बन गई। हर बार उसने बच्चों को पानी की हौद, टंकी या टब में डुबाकर मार डाला और हर बार इसे हादसा बताकर बच निकलती रही। लेकिन जब पुलिस ने पुराने केसों की फाइलें खंगालीं और घटनाओं की टाइमलाइन तैयार की, तो सब एक जैसी लगीं। बच्चा अकेला, पानी के आसपास और पूनम पास में। यह पैटर्न इतना साफ था कि जांच टीम भी दंग रह गई। एक मां ने शक से बचने के लिए अपने ही बेटे को मार दिया था। पुलिस ने कहा कि ऐसे केस बेहद दुर्लभ और खौफनाक होते हैं।