हरियाणा राजनीति में तीखा विवाद, खरगे के 'कमजोर वर्गों' वाले बयान पर अनिल विज का जोरदार पलटवार

Haryana politics erupts in heated debate, with Anil Vij strongly countering Kharge's 'weaker sections' remark.

हरियाणा के एडीजीपी आत्महत्या मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान ने आग में घी डाल दिया। खरगे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा का मनोवादी तंत्र कमजोर वर्गों के लिए अभिशाप बन चुका है। इस पर कैबिनेट मंत्री और ऊर्जा मंत्री अनिल विज भड़क गए। विज ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा में सभी वर्गों को समान अवसर मिलते हैं, जबकि कांग्रेस का इतिहास भेदभाव और भ्रष्टाचार का रहा है।

अंबाला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान अनिल विज ने खरगे के बयान को खारिज करते हुए कहा कि हमारी पार्टी (भाजपा) में सभी धर्म, जाति, वर्ग और क्षेत्र के लोगों को समान रूप से आगे बढ़ने का अधिकार दिया जाता है। मल्लिकार्जुन खरगे कौन से 'मनोवादी' तंत्र की बात कर रहे हैं, यह उन्हें ही मालूम होगा। विज ने स्पष्ट किया कि भाजपा सामाजिक न्याय की गारंटी देती है, न कि अभिशाप। विज ने कहा कि भाजपा सरकार पारदर्शिता के साथ हर मुद्दे पर कार्रवाई करती है। वहीं विज ने प्रदेश में शिक्षकों की कमी को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सुरजेवाला यह बताएं कि जब कांग्रेस की सरकार सत्ता में रही तब शिक्षा के उत्थान के लिए इन्होंने क्या-क्या कार्य किए। उन्होंने कहा कि हमारे यहां तो बिना पर्ची बिना खर्ची के नौकरियां मिल रही है मगर कांग्रेस के समय में तो ये नौकरियां बेचते रहे। उन्होंने कहा कम से कम सुरजेवाला को तो बोलने का अधिकार नहीं है।