इंडिगो पर डीजीसीए की बड़ी कार्रवाई, चार फ्लाइट इंस्पेक्टर को किया निलंबित
इंडिगो एयरलाइन के परिचालन संकट के 11वें दिन नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कड़ा कदम उठाते हुए चार फ्लाइट इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई उस समय की गई है जब देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो लगातार उड़ान रद्द होने और व्यापक परिचालन अव्यवस्था के चलते यात्रियों की नाराजगी का सामना कर रही है। डीजीसीए का कहना है कि इंस्पेक्टरों की ज़िम्मेदारियों के निर्वहन में गंभीर कमियां पाई गईं, जिसके चलते यह निर्णय लिया गया है। इंडिगो पर हालिया संकट का असर यात्रियों पर भी गहरा पड़ा है। पिछले कई दिनों से उड़ानों में देरी और रद्दीकरण के कारण हजारों यात्री परेशान हुए। इसी क्रम में एयरलाइन ने गुरुवार को रिफंड प्रक्रिया के बाद अब प्रभावित यात्रियों के लिए अतिरिक्त मुआवजे की घोषणा की है। इसमें यात्रियों के नुकसान की भरपाई और विश्वास बहाली का प्रयास किया गया है।
गुरुवार को इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स दूसरी बार डीजीसीए के समक्ष पेश हुए। माना जा रहा है कि डीजीसीए ने इंडिगो से उसकी परिचालन क्षमता, सुरक्षा मानकों और कर्मचारियों के प्रबंधन से जुड़े सवालों पर विस्तृत जवाब मांगा है। लगातार बढ़ते संकट को देखते हुए नियामक संस्था अब सख्त रुख अपनाती दिख रही है। संकट का असर इंडिगो की उड़ान सेवाओं पर भी दिखाई दे रहा है। एयरलाइन ने शुक्रवार को बेंगलुरु एयरपोर्ट से 54 उड़ानें रद्द कीं, जिनमें 31 आगमन और 23 प्रस्थान उड़ानें शामिल थीं। इससे पहले गुरुवार को दिल्ली और बेंगलुरु हवाईअड्डों से 200 से अधिक उड़ानें रद्द की जा चुकी थीं। लगातार उड़ान रद्द होने से यात्रियों में भारी अफरा-तफरी और असुविधा पैदा हुई है। डीजीसीए की यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि परिचालन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आने वाले दिनों में इंडिगो को यात्रियों की सहूलियत और उड़ान संचालन की स्थिरता वापस लाने की बड़ी चुनौती का सामना करना होगा।