दिल्ली ब्लास्टः पलक झपकते ही तबाह हो गया सबकुछ! पेड़ पर लटका मिला शव, रिसिन नाम का जहर बना रहा था डॉ. अहमद
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में सोमवार को हुए धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गयी हैं। इस बीच जांच एजेंसियों को एक बॉडी घटनास्थल के पास एक पेड़ पर लटकी हुई मिली है। ऐसे में मरने वालों की संख्या अब 10 हो गई है। ये धमाका इतना शक्तिशाली था कि घटना के बाद पीड़ितों के बॉडीपार्ट्स वहां पर बिखरे मिले थे। इस वजह से कई शवों की अबतक पहचान नहीं हो पाई है। बता दें कि सोमवार देर शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन गेट नंबर-1 के पास एक हुंडई आई 20 कार में जोरदार धमाका हुआ। इसकी तीव्रता इतनी भयंकर थी कि 5-10 किलो विस्फोटक के बराबर लगी। घटना के बाद आस-पास की कई गाड़ियां इसके चपेट में आ गई और यहां आग लग गई। इसी सिचुएशन में एक व्यक्ति धमाके की चपेट में आया और उसका शरीर हवा में उछलकर पेड़ में जाकर लटक गया। धमाके के दौरान जो भी आस-पास थे वे ब्लास्ट की चपेट में आ गए। धमाके की ताकत ने 50 मीटर के दायरे में कंक्रीट फटने और शीशे चूर-चूर होने का कहर बरपाया, हवा में धातु के टुकड़े और आग का गोला उछल पड़ा। इसका असर मेट्रो स्टेशन और मंदिर में देखने को मिला और वहां के शीशे चकनाचूर हो गए। चश्मदीदों ने बताया कि तेज रोशनी और धमाके की गर्जना से इलाका कांप उठा। ये एकदम भूकंप जैसा था।
जहर बना रहा था डॉ. अहमद
इधर 7 नवंबर को ही गुजरात एटीएस ने अहमद मोहियुद्दीन सैयद नाम के डॉक्टर को पकड़ा। यह डॉक्टर हैदराबाद का रहने वाला है और चीन से पढ़ाई कर चुका है। जांच में पता चला कि वह रिसिन नाम के बेहद जहरीले जहर की तैयारी कर रहा था, जो अरंडी के बीजों से बनता है। उसने दिल्ली के आजादपुर मंडी, अहमदाबाद के नरोडा फ्रूट मार्केट और लखनऊ के आरएसएस कार्यालय जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों की कई महीनों तक रेकी की थी।