विवादित बयानः सीएम रेवंत रेड्डी ने उड़ाया हिंदू देवी-देवताओं का मजाक! आक्रोश के बीच गरमाई सियासत, जानें ऐसा क्या कहा जिसपर मच गया बवाल?
नई दिल्ली। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी अपने एक बयान को लेकर खासे विवादों में घिर गए हैं। आरोप है कि हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम रेवंत रेड्डी ने हिंदू धर्म और देवताओं का मजाक उड़ाया है। उनके इस बयान के बाद जहां लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है, वहीं सियासत भी गरमाती नजर आ रही है। मामले में भाजपा और बीआरएस ने आपत्ति जताई है और रेड्डी से माफी मांगने को कहा है। दरअसल पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि हिंदू कितने भगवानों में विश्वास करते हैं, क्या तीन करोड़ हैं? इतने सारे क्यों हैं? कुंवारे लोगों के लिए एक भगवान हैं हनुमान। दो बार शादी करने वालों के लिए एक और भगवान हैं और शराब पीने वालों के लिए एक अलग भगवान हैं। मुर्गी की बलि के लिए एक अलग है, दाल और चावल के लिए भी एक हैं। हर एक समूह का अपना एक भगवान है। सीएम रेवंत रेड्डी के विवादास्पद टिप्पणी को लेकर विपक्ष ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है।
विपक्ष ने इस टिप्पणी को हिंदू आस्था और रीति-रिवाजों के मूल सिद्धांतों का मजाक बताते हुए इसका विरोध किया। केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना भाजपा के पूर्व प्रमुख बंदी संजय कुमार ने सोशल मीडिया पर विरोध जताते हुए कांग्रेस पार्टी पर हिंदुओं के प्रति गहरी नफरत रखने का आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्री बंदी संजय ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी द्वारा हिंदुओं और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने वाली टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता हूं। कांग्रेस हमेशा से एआईएमआईएम के आगे झुकने वाली पार्टी रही है। रेवंत रेड्डी ने खुद कहा था कि कांग्रेस एक मुस्लिम पार्टी है। यह बयान ही उनकी मानसिकता को उजागर करता है। कांग्रेस हिंदुओं के प्रति गहरी नफरत रखती है। उन्होंने आगे कहा कि यही वजह है कि हमने जुबली हिल्स उपचुनाव के दौरान चेतावनी दी थी कि अगर कांग्रेस या बीआरएस गलती से जीत गए, तो हिंदू सम्मान के साथ घर से बाहर नहीं निकल पाएंगे।