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सीएम योगी ने कौशल मेले का किया शुभारंभ! स्केल को स्किल में बदलने के किए जा रहे प्रयास

CM Yogi inaugurated the Kaushal Mela! Efforts are being made to convert scale into skill

राजधानी लखनऊ में मंगलवार को विश्व युवा कौशल दिवस पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पर कौशल मेले का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह आयोजन प्रदेश के 75 जिलों से कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों में एआई नवाचार से जुड़े प्रशिक्षणार्थियों के लिए आयोजित किया गया। इस मौके पर MNIT इलाहाबाद के साथ कौशल विकास मिशन ने MOU भी किया। इससे कौशल प्रशिक्षण में स्मार्ट प्रौद्योगिकी को बढ़ावा और प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस अवसर पर इंडस्ट्री पार्टनर को सम्मानित किया गया। 262 राजकीय आईटीआई को अपग्रेड करने के लिए टाटा के सुशील कुमार समेत कई ट्रेनिंग पार्टनर को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कार्य और मानव संसाधन की कोई कमी नहीं है। हमारे पास स्केल है, लेकिन उसे स्किल में बदलने के लिए ये सभी प्रयास प्रारंभ किए गए हैं। इसके अंतर्गत प्रदेश सरकार दो करोड़ युवाओं को सक्षम बनाने के लिए स्मार्ट फोन और टैबलेट उपलब्ध करा रही है। 

यूपी ही नहीं देश, दुनिया में कौशल युक्त मैन पॉवर की जरूरत है। आप हर क्षेत्र में ए-टू-जेड की जानकारी लें। तकनीकी की जानकारी लें। बाजार की मांग के अनुरूप स्किल्ड हों। कोई भी ताकत आपको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती है। उन्होंने आगे कहा कि इंडस्ट्री, बाजार के अनुरूप मांग को पूरी नहीं कर पा रही है। NEP-2020 के तहत हर छात्र को पढ़ाई के साथ-साथ कौशल विकास का कोर्स करना अनिवार्य किया गया है। माध्यमिक में भी युवाओं को ट्रेंड कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहले हमें अपने युवाओं को प्रदेश, देश में ही रोजगार के लिए तैयार करना है। इसके बाद भी अगर वह बाहर जाना चाहते हैं तो आईटीआई, कौशल विकास केंद्र में उन्हें भाषा की ट्रेनिंग दी जाए। ताकि, जर्मनी, जापान जैसे देशों में उनको सेवायोजित करने में कोई दिक्कत न हो। कार्यक्रम में संबोधित करते हुए व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि सीएम युवा आइकन हैं। उनका आगमन हमें ऊर्जा देगा। पीएम मोदी और सीएम योगी का सपना है कि युवा कैसे कुशल हो? नौकरी लेने वाला ही नहीं देने वाला भी बने। युवाओं के बिना 10 खराब डालर की अर्थव्यवस्था बनाना संभव नहीं है।

आईटीआई को पहले तबेले में तब्दील कर दिया था। ट्रेनिंग नहीं होती थी। सीएम के नेतृत्व में सुधार किया गया। 60 आईटीआई को बेहतर किया गया। टाटा के सहयोग से आठ हजार करोड़ लगाकर 212 आईटीआई को अपग्रेड कर रहे हैं। अत्याधुनिक क्षेत्र में प्रशिक्षण दे रहे हैं। युवाओं को ट्रेनिंग देकर इंडस्ट्री में भी भेज रहे हैं। भवनों को बेहतर किया गया है। प्रदेश के किसी भी आईटीआई में नई तकनीकी के साथ काम करते हुए मिलेंगे। पांच जिले में टाटा के सहयोग से इनक्यूबेशन सेंटर बनने हैं। इसमें एक मुजफ्फरनगर में भी है। आईटीओटी में आधा दर्जन नए ट्रेड में प्रशिक्षण दे रहे हैं। सीएम स्वरोजगार योजना में पांच लाख तक का ऋण दे रहे हैं। 600 इंटर कॉलेज में प्रोजेक्ट प्रवीण चल रहा है। आईटीआई करने वाले युवा प्रशिक्षण के बाद बेरोजगार नहीं रहेंगे। इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, MSME मंत्री राकेश सचान, राज्यमंत्री मन्नू कोरी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, सीएम के सलाहकार अवनीश अवस्थी, कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।