दिल्ली धमाके से पहले का सीसीटीवी फुटेज आया सामने! काला मास्क पहने कौन था कार में?क्या आतंकवादियों का मकसद था बड़ा नरसंहार! दिल्ली समेत पूरे NCR को उड़ाने का था प्लान?

CCTV footage from before the Delhi bombings has surfaced! Who was wearing a black mask in the car? Did the terrorists intend a massive massacre? Was the plan to blow up the entire NCR, including Delh

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम करीब सवा छह बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक के ठीक बाहर एक जबरदस्त धमाका हुआ जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। धमाके में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। धमाका इतना शक्तिशाली था कि उसकी आवाज आधे किलोमीटर तक सुनाई दी, आसपास की स्ट्रीट लाइटें एक झटके में बंद हो गईं, कार में आग की ऊंची-ऊंची लपटें उठीं और कुछ ही पलों में पूरा इलाका घने धुएं से भर गया।

जांच एजेंसियों के हाथ एक बेहद अहम सीसीटीवी फुटेज लगा है जिसमें धमाके से कुछ देर पहले एक सफेद रंग की हुंडई i20 कार भीड़भाड़ वाले ट्रैफिक से गुजरते हुए साफ दिखाई दे रही है। कार में सिर्फ ड्राइवर बैठा है जिसने चेहरे पर काला मास्क लगा रखा है। पुलिस को मजबूत शक है कि यही शख्स मुख्य संदिग्ध मोहम्मद उमर है। यह फुटेज अब इस केस की सबसे बड़ी कड़ी बन चुकी है क्योंकि इसमें कार भी साफ है और संदिग्ध का चेहरा भी पर्याप्त रूप से दिख रहा है।

धमाके में इस्तेमाल हुई यह हुंडई i20 कार पहले दिल्ली के मोहम्मद सलमान के नाम पर रजिस्टर्ड थी। सलमान ने इसे नदीम को बेच दिया, नदीम ने फरीदाबाद की यूज्ड कार डीलरशिप रॉयल कार जोन को और वहां से यह कार तारिक नाम के शख्स ने खरीदी। तारिक जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है और आखिरकार यह गाड़ी मोहम्मद उमर के पास पहुंची। अब पुलिस तारिक के फरीदाबाद के पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से कनेक्शन की गहराई से जांच कर रही है क्योंकि शुरुआती इनपुट यही बता रहे हैं कि इसी मॉड्यूल ने पूरी साजिश रची थी।

खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह एक फिदायीन हमला था। कार में भारी मात्रा में विस्फोटक भरा गया था और उसे जानबूझकर शाम के पीक ऑवर में सबसे ज्यादा भीड़ वाले स्थान पर पार्क करके उड़ाया गया ताकि अधिक से अधिक जान-माल का नुकसान हो। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनआईए और इंटेलिजेंस ब्यूरो मिलकर दिन-रात जांच में जुटी हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि विस्फोटक किसने भरे, मोहम्मद उमर का पूरा नेटवर्क क्या है और फरीदाबाद मॉड्यूल का इस हमले में कितना गहरा हाथ है,क्योंकि पूछताछ में डॉक्टर मुजम्मिल उर्फ मुसैब ने खुलासा किया है कि हैंडलर की योजना हजारों मौत वाली बड़ी वारदात को अंजाम देने की थी। उसने बताया कि पाकिस्तानी हैंडलर ने बातचीत के दौरान बताया कि इस बार धमाका ऐसा करना है कि सब दहल जाएं। इसमें मरने की वालों की संख्या हजारों में होनी चाहिए। आशंका तो ये भी जताई जा रही है कि फरीदाबाद में सनातन हिन्दू एकता यात्रा टारगेट थी तो दिल्ली में भी पूरे एनसीआर को उड़ाने की साजिश थी। 
फिलहाल पूरा लाल किला इलाका सील कर दिया गया है और जांच एजेंसियां हर संभव कोण से इस भयावह हमले की परतें खोलने में जुटी हुई हैं।