बिहार चुनाव: मोदी के हनुमान को मनाने दिल्ली गए चुनावी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सीट बंटवारे का पेंज फंस गया है। कारण हैं पीएम मोदी के हनुमान कहे जाने वाले केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की चाहत। एनडीए गठबंधन चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 28 सीटें देना चाह रहा है लेकिन चिराग 35 से 40 सीटों से कम पर मानने को तैयार नहीं है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान से सीट बंटवारे को लेकर बातचीत की। उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बिहार संगठन प्रभारी विनोद तावड़े और बिहार सरकार के मंत्री मंगल पांडेय भी मौजूद थे सूत्र बता रहे हैं कि चिराग पासवान की पार्टी ने न सिर्फ सीटों की संख्या, बल्कि कुछ विशेष विधानसभा क्षेत्रों की भी मांग की है, जहां पार्टी को बेहतर मौका दिखता है। इसके अलावा, पार्टी चाहती है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जीती गई पांच सीटों में से प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में दो-दो विधानसभा सीटें लोजपा (रा.) को दी जाएं। इधर, लोजपा (रामविलास) के शीर्ष नेतृत्व का कहना है कि हमारी मांग बिल्कुल जायज है। इस विधानसभा हमारे पांच उम्मीदवार लोकसभा गए। हमारा स्ट्राइक रेट सबसे बेहतर रहा। 2015 में जब वह भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए के साथ चुनाव लड़े थे, तब उसे 243 सीटों वाली विधानसभा में 43 सीटें दी गई थीं। पिछले विधानसभा चुनाव 135 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़े थे। इस बार 40 से कम पर कैसे चुनाव लड़ें?
लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास का पिछले विधानसभा चुनावों में प्रदर्शन
फरवरी 2005 का विधानसभा चुनाव
लड़ी गई सीटें: 178
जीती गई सीटें: 29
वोट प्रतिशत: 11.10%
अक्टूबर 2005 का विधानसभा चुनाव
लड़ी गई सीटें: 203
जीती गई सीटें: 10
वोट प्रतिशत: 11.63%
2010 का विधानसभा चुनाव
लड़ी गई सीटें: 75 (राजद के साथ मिलकर)
जीती गई सीटें: 3
वोट प्रतिशत (लोजपा): लगभग 6.75%
2015 विधानसभा चुनाव
लड़ी गई सीटें: 42
जीती गई सीटें: 2
वोट प्रतिशत: लगभग 4.8%
2020 विधानसभा चुनाव
लड़ी गई सीटें: 137
जीती गई सीटें: 1 (मातेश्वर सिंह, मटिहानी)
वोट प्रतिशत: लगभग 5.7%