बड़ी खबरः इसरो का EOS-09 मिशन रह गया अधूरा! तकनीकी खामी के चलते तीसरे चरण को पार नहीं कर सका रॉकेट

Big news: ISRO's EOS-09 mission remained incomplete! Rocket could not cross the third stage due to technical fault

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का आज शनिवार को पीएसएलवी-सी61 रॉकेट का लांच मिशन सफल नहीं हो सका। लांचिंग के बाद तीसरे चरण के दौरान तकनीकी गड़बड़ी देखी गई, जिससे मिशन अधूरा रह गया। इस बात की जानकारी खुद इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने दी। दरअसल, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में PSLV-C61 के प्रक्षेपण पर इसरो प्रमुख वी नारायणन ने कहा कि तीसरे चरण के संचालन के दौरान, हम एक अवलोकन देख रहे हैं और मिशन पूरा नहीं हो सका। विश्लेषण के बाद, हम वापस आएंगे। इसरो श्रीहरिकोटा श्रीहरिकोटा से PSLV-C61 लॉन्च किया, जो EOS-09 (पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-09) को SSPO कक्षा में ले गया था। EOS-09, EOS-04 का ही एक रिपीट उपग्रह है, जिसे परिचालन अनुप्रयोगों में लगे उपयोगकर्ता समुदाय के लिए रिमोट सेंसिंग डेटा सुनिश्चित करने और अवलोकन की आवृत्ति में सुधार करने के मिशन उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है लेकिन बाद में खबर आई कि लॉन्चिंग फेल हो गई है।

क्यों खास है EOS-09 सैटेलाइट
EOS-09 सैटेलाइट को लॉन्च करने के पीछे का मकसद देश के रिमोट सेंसिंग क्षमताओं को और मजबूत करने का है। EOS-09 को खासतौर पर एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन, घुसपैठ या संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने के लिए डिजाइन किया गया था। ये सैटेलाइट बादलों के पीछे से भी तस्वीरें निकालने और सतह तक देख पाने की क्षमता रखता है। बता दें कि लॉन्चिंग के असफल होने से पहले डब्ल्यू सेल्वामूर्ति ने उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए ISRO के वैज्ञानिकों, तकनीशियनों और अंतरिक्ष संगठन से जुड़े उद्योगों को बधाई दी थी। उपग्रहों के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने बताया कि ईओएस-09 उपग्रहों के एक ऐसे समूह का हिस्सा है, जिसका उपयोग कृषि, वानिकी, आपदा प्रबंधन या यहां तक ​​कि सामरिक और सैन्य अनुप्रयोगों में भी किया जा सकेगा।