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कटाक्ष/व्यंग:मोदी भगवान फटी जींस उसके 20 बच्चे तो जलन क्यो जैसे विवादित बयान देने वाले पूर्व सीएम की इतनी फजीहत पूरे राजनीतिक जीवन मे नही हुई होगी जितनी सीएम बनने के बाद हो गयी

उत्तराखंड के पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत की सीएम की कुर्सी तक की गई तीरथ यात्रा अब खत्म हो गयी है।आगे उनका भविष्य कहाँ गोते लगाएगा पता नही पर अब तक के इतिहास में तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड की राजनीति में सबसे ज़्यादा विवादित बयान देने वाले सीएम सबसे ज़्यादा मिम्सो के मालिक बनने के लिए ज़रूर याद किया जाएगा।इतना तो कोईऔर मुख्यमंत्री इतने कम समय मे फेमस नही हुआ होगा जितना तीरथ सिंह रावत महज 10 मार्च से लेकर 2 जुलाई तक फेमस हुए।अरे भई उन्होंने अपने सीएम कार्यकाल मे बातें ही ऐसी कही तो हम क्या करें।

चलिए आज हम आपको तीरथ सिंह रावत के उन विवादित बयानों को गिनवाते है जिनकी वजह से उनकी किरकिरी, फ़जीहत, और मज़ाक उड़ने में कोई कमी नही रही।

नम्बर 1:

सीएम बनते ही उन्होंने सीधे महिलाओं और युवतियों पर हमला बोला, कैसे? तो सुनिए सीएम तीरथ सिंह रावत महोदय ने लड़कियों के रिप्ड जीन्स और फिर शॉर्ट्स को लेकर बयान दिया  था,,याद आया? जी वही बयान की फटी जीन्स पहनने वाली लडकिया संस्कार कहाँ से लाएगी वगरैह वगरैह। इसके बाद तो भाईसाहब पूरे हिंदुस्तान की सोशल मीडिया से लेकर राजनीति क्या और बॉलीवुड क्या हर जगह तीरथ सिंह रावत को कोसना शुरू हो गया।कंगना रावत से लेकर अमिताभ बच्चन की नातिनि नव्या नवेली नन्दा, प्रियंका गांधी से लेकर शिवसेना सासंद प्रियंका चतुर्वेदी तक महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से लेकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा तक हर कोई तीरथ सिंह रावत के खिलाफ खड़ा हो गया।तीरथ सिंह रावत को भी समझना चाहिये था भारत की मातृशक्ति से पंगा लेना ठीक नही है वरना औंधे मुंह जाकर गिरेंगे।फिर क्या हुआ आगे सुनिए। फिर सोशल मीडिया में तीरथ सिंह रावत की बेटी की फ़ोटो वायरल होने लगी उस फ़ोटो में उनकी बेटी ने फटी हुई जीन्स ही पहनी थी,,अब क्या था एक के बाद एक मिम्स की बाढ़ आ गयी।लोग सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर हैशटैग के साथ रिप्ड जीन्स रिप्ड पेंट्स रिप्ड बॉडी  पोस्ट करने लगे।प्रियंका चतुर्वेदी को तीरथ सिंह रावत का फटी जीन्स पर दिया बयान इतना अखर गया कि उन्होंने ये मुद्दा राज्यसभा में उठा दिया ,,,बताइए!देश के इतिहास में ये भी पहली बार हुआ होगा जब राज्यसभा जैसी जगह पर फटी हुई जीन्स पर चर्चा हुई होगी।

नम्बर 2:

हमारे उत्तराखंड यानी देवभूमि के सीएम तीरथ सिंह रावत भक्ति में इतने खोए हुए रहते है कि उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी में साक्षात भगवान नज़र आये।जी हाँ उनका तो बस नही चला वरना अब तक तो पीएम नरेंद्र मोदी के नाम का एक मंदिर उत्तराखंड में ज़रूर बन जाता।अच्छा ये बात आपको नही पता थी? चलिए ये किस्सा भी सुनिए,हरिद्वार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि त्रेता में श्री राम द्वापर में श्रीकृष्ण हुए है राम ने भी समाज के हित मे काम किया,तो लोगो ने उन्हें आगे चलकर भगवान का दर्जा दिया।आने वाले समय मे नरेन्द्र मोदी को भी लोग उसी रूप में मानने लगेंगे।मोदी चमत्कार है उनके कामो की जयजयकार है।अब आप ही बताइए इतना बड़ा मोदी फैन आपको कहीं मिल सकता है ? 



नम्बर:3

नम्बर 3 ने तो भाईसाहब इतिहास ही बदल कर रख दिया बाई गॉड।नैनीताल जिले के रामनगर एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सीएम तीरथ सिंह रावत( सॉरी पूर्व सीएम)। वहां उन्होंने इतिहास को पलटते हुए मालूम है क्या कहा? उन्होंने कहा और देशों के मुकाबले भारत ने कोरोना से बेहतर तरीके से निबटा है बातों ही बातों में उनकी जीभ फिसली और उन्होंने कहा कि अमेरिका ने हम पर 200 सालो तक राज किया??? अरे अरे ये क्या बोल दिया था पूर्वसीएम जी? भई जितने लोग खड़े थे उनके गले से ना तो उगलते बन रहा था न निगलते। ब्रिटिश भी गला फाड़ फाड़ कर हंस रहे होंगे ये सब सुनकर । 


नम्बर 4:

 रामनगर में ही एक प्रोग्राम के दौरान पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने जनता की दुखती रग पर हाथ रख दिया, उन्होंने कहा कि "लोगो मे सरकार द्वारा बांटे जा रहे चावलों को लेकर जलन हो रही है  10 किलो अनाज दो सदस्यों के परिवार को मिल रहा है और एक क्विंटल अनाज 20 सदस्यों के परिवार वालो को मिल रहा है तो भैया इसमें दोष किसका उसने 20बच्चे पैदा किये आपने दो ही क्यो किये,अब उसको एक क्विंटल राशन मिल रहा है तो जलन काहे की"।तीरथ के इस बयान का क्या मतलब था भई? जनता के बीच फुट डालना या धार्मिक उन्माद पैदा करना ? वजह जो भी रही हो पर उनका ये बयान विवादों में खूब रहा।

नम्बर 5:

जाते जाते पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपनी एक और किरकिरी करवा कर गए है। कुंभ का मेला याद है? अब सुनिए नम्बर 5 में उनके इस विवादित बयान की कहानी। तीरथ ने हरिद्वार पहुंचकर कहा था कुंभ हर 12 साल बाद आता है ऐसे में कुम्भ मेले में अगर सख्ती हुई तो कैसे काम चलेगा।कोई आरटी पीसीआर की जांच नही होगी।जिस किसी को भी कुंभ आना है वो आये और जी भर कर स्नान करें।कुंभ मेले में कोई रोक टोक नही होगी।उन्होंने ये बयान तब दिया जब उत्तराखंड में कोरोना की दूसरी लहर आ चुकी थी और अपना कहर बरपा रही थी।विपक्ष तो क्या खुद उनकी पार्टी के लोग भी उनके इस बयानबाजी से अपना माथा फोड़ने लगे थे।त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी उनके इस कदम को जोखिम भरा बताया था,और तो और तीरथ को पीएम और होम मिनिस्टर का भी डर नही था।कुंभ के बाद क्या हुआ ये सभी को पता है कोरोना ऐसे फैला जैसे रायता फैलता है गिरने के बाद।

तो ये थे तीरथ सिंह रावत के वो 5 विवादित बयान जिनको लेकर इतिहास भी हँसेगा।





फ़ोटो सोर्स:गूगल